कानपुर। कांग्रेस को सोमवार को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस के पूर्व सांसद राजाराम पाल सोमवार को समाजवादी पार्टी के हो गए। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में औपचारिक मुलाकात कर सपा में जाने की घोषणा कर दी। मंगलवार को कानपुर से शुरू हो रही अखिलेश यादव की विजय यात्रा में विधिवत सपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। पाल रविवार को वाराणसी में किसान रैली में प्रियंका गांधी के मंच पर रहे पर उन्होंने कांग्रेस को बॉय-बॉय कर दिया।
पूर्व सांसद राजाराम पाल ने खुद बातचीत में ऐलान किया कि वे अबसे सपा के हो गए हैं। कांग्रेस के नेताओं को पहले से मालूम रहा है कि वे कभी भी सपा में वापसी कर सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश से लखनऊ में दोपहर 2 बजे वार्ता हुई और उन्होंने विजय यात्रा में ही सदस्यता लेने के बाद आगे की राजनीति का आगाज नए सिरे से करने की इच्छा जताई। जिसका पालन किया जाएगा।
कैसा रहा राजनीतिक इतिहास
राजाराम पाल सबसे पहले घाटमपुर विधानसभा से बसपा से 1996 में विधायक बने थे। इसके बाद बसपा से 2004 में बिल्हौर लोकसभा (अब अकबरपुर-रनियां लोकसभा) सांसद चुने गए। इसके बाद 2005 में कोबरापोस्ट के स्टिंग आपरेशन दुर्योधन में पाल को संसद में प्रश्न पूछने में रिश्वत के वीडियो के बाद बसपा से निकाल दिया गया।
बसपा से निकाले जाने के बाद पाल ने 2007 में कांग्रेस की सदस्यता ले ली। 2009 में कांग्रेस से अकबरपुर सीट से सांसद चुने गए। 2014 लोकसभा, 2017 में महराजपुर विधानसभा फिर 2019 में फिर अकबरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी बने पर पराजय का सामना करना पड़ा।