लखनऊ। अग्निपथ को लेकर मचे बवाल के बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ट्वीट कर कहा कि देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव, देश के विकास के लिए घातक साबित होता है। सरकारों का दायित्व देश के वर्तमान को सुधारना व भविष्य को संवारना होता है। भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है कि भाजपा ने जनाधार खो दिया है।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सेना में भर्ती के लिए शुरू की गई का अग्निपथ की स्कीम पर सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी की तरह ये भी फैसला है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि केन्द्र की अग्निपथ नई सैन्य भर्ती स्कीम देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुडी होने के बावजूद भाजपा नेतागण जिस प्रकार से अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह घोर अनुचित। जनता में भ्रम व सेना के लिए मुश्किलें पैदा करने वाली संकीर्ण राजनीति तुरन्त बंद हों।
देश को अचंभित करने वाली नई ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना, सरकार द्वारा नोटबन्दी व तालाबन्दी आदि की तरह ही, अचानक व काफी आपाधापी में थोपी जा रही है, जिससे प्रभावित होने वाले करोड़ों युवा व उनके परिवार वालों में खासा आक्रोश है। सरकार इनके प्रति भी अहंकारी रवैये से बचे।
अग्निपथ को लेकर हर तरफ बवाल मचा है। विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। अखिलेश से मायावती ने भी रविवार को सरकार को नसीहत दी थी। ट्वीट कर कहा है कि ऐसे समय में जब मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी में से खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे जीवन संघर्ष को मजबूर हैं, उन्हें केन्द्र की अल्पावधि ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया है।
केन्द्र द्वारा रेलवे, सेना व अर्द्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या व संभावना को अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के हिम्मतवर नौजवान काफी असहाय व ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है, जिसे सही से संभालना जरूरी।