नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन 25 दिनों से डटे हुए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह अचानक दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने माथा टेका साथ ही गुरु तेग बहादुर को श्रद्धांजलि दी। अचानक हुए पीएम के इस दौरे से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गयी।
जब प्रधानमंत्री मोदी यहां पहुंचे तो कोई विशेष पुलिस बंदोबस्त नहीं थी और न ही किसी तरह का ट्रैफिक डायवर्जन किया गया। प्रधानमंत्री सुबह सुबह कड़ी सर्दी के बीच सामान्य व्यक्ति की तरह गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचे और शीश नवाया। उनके गुरुद्वारा जाने के दौरान ट्रैफिक भी नहीं रोका गया। साथ ही वहां आम दिनों की तरह ही सुरक्षा व्यवस्था थी।
गुरुद्वारा रकाबगंज में माथा टेकने के बाद पीएम मोदी ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी और कई तस्वीरें भी शेयर कीं। उन्होंने लिखा, ‘आज सुबह, मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में प्रार्थना की। मैं काफी सुखी महसूस कर रहा था। मैं दुनिया भर के लाखों लोगों की तरह श्री गुरु तेग बहादुर जी की दयालुता से बहुत प्रेरित हूं।’
उन्होंने लिखा कि, ‘यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है कि हम अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व के विशेष अवसर को मनाएंगे। आइए हम इस नेक अवसर को ऐतिहासिक तरीके से मनाएं और श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों को अपनाएं।’
इससे पहले उन्होंने शनिवार को भी सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर के शहीदी दिवस पर उन्हें नमन किया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि, ‘श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन साहस और करुणा का प्रतीक है। श्री गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर मैं उन्हें नमन करता हूं और समावेशी समाज के उनके विचारों को याद करता हूं।’