अनलॉक-1 : डरा रहे हैं रोज 8 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले, कहीं फिर न करना पडे लाकडाउन

नई दिल्ली। भारत में संक्रमितों की संख्या 1.90 लाख हो गई। इसके साथ ही यह जर्मनी के 1.83 लाख और फ्रांस के 1.88 लाख मामलों से आगे निकल गया। दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में भारत अब 9वें से 7वें स्थान पर आ गया। रविवार तक देश में कुल एक लाख 90 हजार 603 मामले सामने आ चुके थे। बीते दो दिन से हर रोज 8 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।

कोरोनावायरस से जूझते-जूझते हमें 4 महीने पूरे हो गए। हमारे देश में कोरोनावायरस का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। उसके बाद 2 फरवरी तक ही केरल में 3 कोरोना संक्रमित सामने आ गए। ये तीनों ही चीन के वुहान शहर से लौटकर आए थे।

देश ने 68 दिन का दुनिया का सबसे बड़ा लॉकडाउन देखा। वो भी चार फेज में। इस दौरान सवा सौ करोड़ की आबादी बंदिशों में रही। पहला लॉकडाउन सबसे सख्त था। और 31 मई को खत्म हुए लॉकडाउन-4 में काफी छूट मिली हुई थी। पर अब कई बंदिशें हटा ली गई हैं। केंद्र और राज्य, दोनों स्तर पर। इसलिए 1 जून यानी आज से लॉकडाउन-5 की जो शर्तें रखी गई हैं, उसका नाम अनलॉक-1 कर दिया गया है। सरकार तो यही कह रही है।

सबसे ज्यादा संक्रमितों की सूची में अमेरिका पहले स्थान पर है। यहां 18 लाख से ज्यादा मामले हैं। ब्राजील में पांच लाख से ज्यादा मामले हैं और वो तीसरे पायदान पर है। रूस में महामारी का असर बाकी देशों की तुलना में कुछ देर से शुरू हुआ लेकिन वो अब तीसरे स्थान पर है।

4 महीने पूरे होने के साथ-साथ 29 मई को कोरोनावायरस के 18 हफ्ते भी पूरे हो चुके हैं। इस दौरान संक्रमण के मामले 3 से बढ़कर 1.65 लाख से ज्यादा हो गए। लेकिन, चीन में इतने हफ्ते तक 84 हजार 494 मामले ही सामने आए। यानी कि अब तक हमारे देश में चीन की तुलना में 48% ज्यादा मामले हैं। हालांकि, 31 मई तक देश में 1.82 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं।

हालांकि, आबादी में हमसे चार गुना से भी कम अमेरिका में 18 हफ्तों में 14.77 लाख से ज्यादा मामले आ गए हैं। जबकि, इटली और स्पेन में अभी कोरोनावायरस को 17 हफ्ते ही हुए हैं और अभी तक वहां संक्रमितों की संख्या 2.30 लाख के पार पहुंच गई है।

114 दिन में हमारे यहां 1.28 लाख मरीज थे, अमेरिका में इतने मरीज 71वें दिन में हो गए थे
हमारे देश में एक अच्छी बात ये भी है कि बाकी देशों की तुलना में हमारे यहां कोरोनावायरस की रफ्तार भी धीमी है। हमारे यहां बाकी देशों की तुलना में केस के दोगुने होने का समय काफी ज्यादा है।

चीन में कोरोनावायरस के 100 मामले पहले ही दिन में मिल गए थे। जबकि, हमारे यहां इतने मरीज होने में 42 दिन लगे। लेकिन, अमेरिका में पहले 100 केस 44 दिन में सामने आए थे।

इसी तरह 1 हजार मरीज हमारे यहां 58वें दिन में हो गए थे। जबकि, चीन में 5वें दिन और अमेरिका में 53वें दिन में ही हो गए थे।

वहीं, 1 लाख 28 हजार से ज्यादा मरीज सामने आने में हमारे यहां 114 दिन लगे थे। जबकि, इतने ही मरीज अमेरिका में 73वें दिन में आ गए थे। अमेरिका में कोरोना का पहला मरीज 21 जनवरी को मिला था।

संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच देश में अनलॉक की तैयारी
देश में लॉकडाउन बढ़ाए जाने की चर्चा थी। लेकिन, सरकार शनिवार को अनलॉक-1 का फॉर्मूला लेकर आई। केंद्र ने नए नाम से लॉकडाउन के कायदे बताए। गृह मंत्रालय ने अपने सात पेजों के आदेश में तीन बड़ी बातें कहीं।

  • पहली- देश के सभी कंटेंनमेंट जोन में 30 जून तक लॉकडाउन बदस्तूर जारी रहेगा। अभी देश के 12 राज्यों के 30 शहरों में कंटेनमेंट जोन हैं।
  • दूसरी- अनलॉक करने की पहली किस्त में देश को तीन फेज में खोलने की तैयारी है। लेकिन इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय SOP यानी तौर-तरीके तय करेगा।
  • तीसरी- देशभर में रात का कर्फ्यू जारी रहेगा। यानी रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कहीं भी आवाजाही पर रोक लगी रहेगी। हां, जरूरी सेवाओं को इसमें छूट मिलेगी।

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