नई दिल्ली। क्या तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता विरोध दल हैं ? हैं तो वो दो महीने से बिहार के डिप्टी सीएम लेकिन उनकी पार्टी आरजेडी की वेबसाइट पर वो आज भी नेता विपक्ष के तौर पर ही दर्ज हैं। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव समेत उनके परिवार के कई लोग इंटरनेट का भरपूर इस्तेमाल करते हैं और ट्वीटर समेत अन्य सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट्स पर पर्याप्त रूप से सक्रिय रहते हैं।
आरजेडी के नंबर 2 नेता और हाल ही में बड़े फैसले और नीतिगत बयान देने के लिए अधिकृत किए गए लालू यादव के बेटे और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव खुद भी ट्वीटर पर लगातार एक्टिव रहते हैं। अपनी बात रखते हैं। लोगों की समस्याओं का संज्ञान भी लेते हैं। लेकिन उनकी पार्टी आरजेडी की वेबसाइट पर नीतीश कुमार की सरकार में उप-मुख्यमंत्री बनने के दो महीने बाद भी वो बिहार विधानसभा में नेता विरोधी दल के तौर पर ही दर्ज हैं। जबकि इसी साइट का लिंक तेजस्वी ने अपने ट्वीटर बायो में भी डाल रखा है।
ऐसे समय में जब दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आधुनिक तकनीक और सोशल मीडिया का अपने प्रचार में और विरोधियों के खिलाफ हथियार के तौर पर भरपूर इस्तेमाल कर रही है, भाजपा से लड़ने का दावा करने वाली आरजेडी की वेबसाइट की यह स्थिति यह दिखाता है कि नई तकनीक के साथ तालमेल बिठाने में पार्टी के नेता अभी भी बहुत पीछे हैं। वेबसाइट और सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म 24 घंटे अपडेट रखने वाली चीज है।
आरजेडी की साइट https://rjd.co.in/ का टूर करने पर पता चलता है कि साइट 2020 में आखिरी बार बनाई गई थी। साइट पर सेक्शन तो कई हैं लेकिन बस नाम के। आरजेडी की वेबसाइट देखकर ऐसा लगता है कि औपचारिकता मात्र के लिए वेबसाइट बनाई गई जिसे फिर अपडेट करना पार्टी भूल गई है। तब जब पार्टी की अगली पीढ़ी के हाथों में पार्टी की बागडोर आने वाली है, पार्टी की सोशल मीडिया टीम पुराने जमाने के तौर-तरीकों से ही चल रही है।