नई दिल्ली। भारत सरकार सड़क हादसों में कमी लाने के लिए और सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रही है। ऐसे में आगामी 1 अप्रैल से हर कार में एयर बैग लगाना जरूरी होगा। कारों में वैसे तो कई एयर बैग होते हैं जिनमें फ्रंट सीट एयर बैग्स और रियर पैसेंजर सीट एयर बैग शामिल हैं लेकिन इनमें अप्रैल महीने से सिर्फ फ्रंट सीट पैसेंजर्स के लिए एयरबैग को अनिवार्य किया गया है।
ख़ास बात ये है कि आपकी कार में अगर फ्रंट सीट एयरबैग नहीं लगा होगा तो आपकी कार का भारी-भरकम चालान काट सकता है। दरअसल भारत में हर साल लाखों की संख्या में सड़क हादसे होते हैं जिनमें बहुत सारे लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती हैं। ऐसे में सरकार लोगों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए ये नियम लेकर आ रही है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से भारतीय कार चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये कदम उठाया गया है जो एक्सीडेंट के दौरान फ्रंट सीट पैसेंजर्स की जान बचाएगा। आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि कारों में ड्राइवर सीट के लिए तो एयरबैग तो होता है लेकिन फ्रंट सीट पैसेंजर्स के लिए कई कारों में एयरबैग ऑफर नहीं किया जाता है जिससे एक्सीडेंट होने पर फ्रंट सीट पैसेंजर को गम्भीर चोट आ सकती है।
अगर आपकी कार पुरानी है और उसमें फ्रंट सीट एयरबैग नहीं दिया गया है तो इसके लिए सरकार ने 31 अगस्त तक का समय दिया है। ऐसे में आपको इस डेडलाइन से पहले ही कार में एयरबैग लगवाना पड़ेगा। अगर आपने नई कार खरीदी है तो इसके लिए आपको 1 से पहले ही एयरबैग लगवाना पड़ेगा। अगर आपकी कार में चेकिंग के दौरान फ्रंट सीट एयरबैग नहीं पाया जाता है तो कार पर भारी-भरकम चालान किया जा सकता है।
कोई भी कार जब एक्सीडेंट का शिकार होती है तो कार की फ्रंट सीट पर सबसे ज्यादा असर होता है। एक्सीडेंट की वजह से लगने वाला शॉक इतना तेज होता है कि फ्रंट सीट पर बैठे हुए व्यक्ति का सिर सीधा डैशबोर्ड से टकराता है। ऐसे में अगर एयरबैग ना लगा हो तब डैश बोर्ड से सिर टकराने की वजह से गंभीर चोट लग सकती है। इसी वजह से अगली सीट्स के लिए एयर बैग जरूरी किया गया है। एयरबैग एक्सीडेंट के इम्पैक्ट को काफी हद तक कम कर देता है और गम्भीर चोट लगने से बचाता है।