नई दिल्ली। विराट कोहली ने एक बार फिर बताया है कि वह चेज मास्टर क्यों कहा जाता है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेल गए चैंपियंस ट्रॉफी-2025 के पहले सेमीफाइनल में शानदार पारी खेली और भारत को जीत दिलाई। इसी के साथ भारत ने फाइनल में जगह बना ली ही। कोहली को 84 रनों की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 49.3 ओवरों में 264 रन बनाए थे। भारत ने इस टारगेट को 49वें ओवर की पहली गेंद पर हासिल कर लिया। टीम इंडिया ने छह विकेट खोकर मैच जीता। इसी के साथ उसने लगातार तीसरी बार और कुल पांचवीं बार फाइनल में जगह बनाई है।
कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। जब वह अवॉर्ड लेने पहुंचे तो प्रेजेंटर हर्षा भोगले ने उनसे पूछा कि क्या ये उनकी बेस्ट पारियों में से एक है? इस पर कोहली ने कहा, “मुझे नहीं पता। इस बात का फैसला अब आप लोग करें। मैंने कभी इस तरह की बातों पर ध्यान नहीं दिया। जब आप रिकॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचते हैं तो ये बनते हैं। अगर मैं शतक पूरा कर पाता तो ठीक, लेकिन मैच जीतना अहम था।”
चौके-छक्कों से ज्यादा सिंगल्स पर ध्यान
कोहली ने इस मैच में 98 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके मारे। कोहली ने इस पारी में सिंगल्स पर ज्यादा ध्यान दिया। उन्होंने अपनी इस एप्रोच के बारे में कहा कि उन्हें लगा नहीं था कि आक्रामक बल्लेबाजी की जरूरत है। कोहली ने कहा, “ये पाकिस्तान के मैच की तरह ही था। ये स्थिति को समझने और स्ट्राइक रोटेट करने की बात थी। ये स्थितियों पर निर्भर था। मेरी टाइमिंग और कम्पोजर, मैं किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं था। मैंने जो सिंगल्स लिए वो मेरी पारी का सबसे अच्छा हिस्सा थे।”
भारत ने इससे पहले साल 2000, 2002, 2013 और 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई थी। दो बार भारत जीतने में सफल रहा था। 2002 में भारत, श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बना था। साल 2013 में भारत ने इंग्लैंड को हराया था।