चेन्नई: एक समय था जब केएल राहुल भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी के दौर में सबसे आगे थे, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका फॉर्म ऐसा नीचे आया है कि उन्हें कप्तानी तो दूर अब टीम में जगह बनाने के लिए मुश्किल हो रही है। केएल राहुल फिलहाल बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किए गए हैं। चेन्नई टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका भी मिला, लेकिन वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए।
हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा ने सीरीज के शुरू होने से पहले यह कहा था कि राहुल को दोनों ही मैचों में खेलने का मौका मिलेगा। राहुल को बता दिया गया है कि टीम में उनकी जिम्मेदारी क्या है, लेकिन जिस तरह राहुल ने चेन्नई टेस्ट में प्रदर्शन किया उससे तो ऐसा लग रहा है कि शायद कप्तान रोहित शर्मा एक फिर सोच-विचार करें। इसकी संभावना वैसे तो कम है, लेकिन सवाल यह उठता है कि बांग्लादेश की जगह अगर ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम होती तो फिर केएल राहुल का टीम में क्या होता।
इतना तो तय है कि बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में राहुल के ऊपर खतरा नहीं है, लेकिन अगर वह दूसरे मैच में खेलते हैं और रन नहीं बना पाते हैं तो फिर मुश्किल खड़ी होनी तय है। बता दें कि भारतीय टीम को इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलनी है, जिसके लिए गौतम गंभीर और रोहित शर्मा किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहेंगे।
वहीं बात करें केएल राहुल की तो राहुल चेन्नई टेस्ट के दोनों ही पारियों में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। पहली पारी में राहुल 52 गेंद खेलकर भी सिर्फ 16 रन बना सके थे। वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 22 रनों का योगदान दिया। पहली पारी में राहुल के बेहतरीन मौका था कि वह टीम के लिए रन बनाते। क्योंकि टॉप ऑर्डर बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए थे, लेकिन उनके हाथ से मौका फिसल गया है।