अम्बाला। राफेल के स्वागत के लिए पूरा अंबाला शहर तैयार है। 5 लड़ाकू विमानों के आने से लोगों में उत्साह है। सब इसे करीब से देखना चाहते हैं, यह भले ही मुमकिन न हो, लेकिन उन्हें तसल्ली इस बात की है कि आए दिन उड़ता हुआ तो देखेंगे। अंबाला के पूर्व सैनिकों का कहना है कि चीन और पाकिस्तान से भारत पहले भी नहीं डरता था, लेकिन इस विमान के आने से हमारी ताकत दोगुनी हो गई है। राफेल को लेकर हमने अंबाला में रहने वाले कुछ पूर्व सैनिकों से बात की।
पढ़िए, राफेल को लेकर उनकी राय।
पाकिस्तान और चीन की नींद हराम करेगा राफेल
अंबाला की एक्स सर्विसमैन वेलफेयर कमेटी के प्रधान अत्र सिंह मुल्तानी का कहना है कि राफेल आने से पाकिस्तान और चीन की नींद हराम होना तय है। ऐसा फाइटर हिंदुस्तान को मिला है जो अपने आप में ताकत है, जो दुश्मन के टारगेट को सिलेक्ट करके उसे तबाह कर सकता है। दावे के साथ कह सकता हूं कि आने वाला टाइम हिंदुस्तान का होगा। इससे नेवी भी मजबूती के साथ उभरेगी। यह अंबाला के लिए गर्व की बात है कि राफेल की पहली खेप यहां आ रही है। पूर्व सैनिक इसका दिल खोलकर स्वागत करेंगे।
‘अब चीन-पाकिस्तान किसी हरकत से पहले सोचेंगे’
अंबाला के रिटायर्ड सूबेदार मेजर सुरखन सिंह का कहना है कि चीन लद्दाख में साजिश रच रहा है। वह सोचता है कि 1962 का इतिहास दोहरा देगा, ऐसा नहीं होने वाला। इस बार उसे नाकों चने चबवा देंगे। राफेल आने से वायुसेना की ताकत दोगुनी हो जाएगी। इसकी टक्कर का फाइटर प्लेन सिर्फ अमेरिका के पास है। भारत के पास ये आया है, अब चीन और पाकिस्तान सोच-समझकर हरकत करेगा।
‘अंबाला से चारों तरफ किया जा सकता है हमला’
रिटायर्ड कैप्टन कर्मचंद मेहरा का कहना है कि राफेल सबसे बढ़िया है। इससे देश की ताकत बढ़ेगी। ऐसा फाइटर प्लेन सिर्फ अमेरिका और फ्रांस के पास है। इससे चीन और पाकिस्तान में डर पैदा हो गया है। उन्हें जरूर लगेगा कि अगर ये हमारे यहां आ गया तो काफी नुकसान पहुंचाएगा। अंबाला में अंग्रेजों के समय का हवाई अड्डा है। पहली बार राफेल का यहां आना बड़े गर्व की बात है। इस एयरबेस से चारों तरफ अटैक किया जा सकता है।
‘देश नहीं, हमारे घर में आ रहा है राफेल’
ऑनरेरी सूबेदार मेजर राजेश बसी का कहना है कि राफेल देश में नहीं हमारे घर में आ रहा है। इसकी भारत को बहुत जरूरत थी। फिफ्थ जैनरेशन का यह फाइटर प्लेन गेम चेंजर है। यह पाकिस्तान और चीन से मुकाबला करने में हमें आगे रखेगा। अंबाला स्टेशन पाकिस्तान और चीन के टारगेट पर रहा है। अंबाला को सेफ रखने और यहां तैनाती करने का देश को बहुत फायदा है।