न्यूयार्क। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। पोम्पियो ने कहा- चीन अपने पश्चिमी प्रांत में सामूहिक तौर पर मुस्लिम महिलाओं का गर्भपात करा रहा है। पुरुषों की नसबंदी की जा रही है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने आगे कहा- चीन के लिए लोगों की आजादी के कोई मायने नहीं हैं। यही वजह है कि वहां की कम्युनिस्ट पार्टी हॉन्गकॉन्ग और ताइवान में अपने विरोध में उठने वाली आवाजों को दबाने के लिए हर हथकंडा अपना रही है।
रिपोर्ट का हवाला
शुक्रवार को आयोवा में मीडिया से बातचीत के दौरान पोम्पियो ने चीन पर गंभीर आरोप लगाए। कहा, “कुछ हफ्ते पहले हमें चीन की करतूतों पर एक रिपोर्ट मिली। चीन के पश्चिमी प्रांत शिनजियांग में रहने वाली महिलाओं का बड़े पैमाने पर गर्भपात कराया जा रहा है। इतना ही नहीं पुरुषों की नसबंदी भी कराई जा रही है। इससे ज्यादा बर्बर और वहशी बर्ताव और क्या हो सकता है।” बता दें कि चीन के इस प्रांत में मुस्लिम रहते हैं। यहां कई डिटेंशन सेंटर हैं। उन्हें मजहबी आजादी नहीं दी जाती।
ताइवान और हॉन्गकॉन्ग का जिक्र
पोम्पियो ने एक सवाल के जवाब में कहा, “आप कहीं भी चले जाइए। जहां चीन का दबदबा है वहां किसी तरह की आजादी नहीं है। वो हॉन्गकॉन्ग और ताइवान में अपने खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। हॉन्गकॉन्ग का नया सुरक्षा कानून वहां के लोगों के लिए खतरा है। इसका असर जल्द ही देखने मिलेगा। अमेरिका इस चाल को कामयाब नहीं होने देगा।”
चीन की नजर कहां
पोम्पियो ने कहा, “एक सच्चाई ये भी है कि चीन ग्लोबल कम्युनिकेशन नेटवर्क पर अपना कब्जा चाहता है। इसके लिए वो तमाम कोशिशें कर रहा है। वहां की हुवेई कंपनी दुनिया के कई देशों में अपने नेटवर्क का इस्तेमाल जासूसी के लिए कर रही है। हम दुनिया के इन देशों को बताना चाहते हैं कि अगर वो हुवेई के साथ कारोबार कर रहे हैं तो यह मानवता के खिलाफ भी अपराध होगा।” इस बीच, अमेरिका ने शुक्रवार को चीन के पांच नागरिकों और दो कंपनियों के खिलाफ ड्रग्स से जुड़े आरोपों के तहत केस दर्ज कर लिया। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जा सकती है।