वॉशिंगटन। दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 8.93 करोड़ के ज्यादा हो गया। 6 करोड़ 40 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 19 लाख 21 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में कोरोना से हालात बद से बदतर हो रहे हैं। शुक्रवार को यहां एक ही दिन में एक लाख 30 हजार से ज्यादा मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। कनाडा के प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी है कि देश में हालात पहले से ज्यादा खराब हो सकते हैं।
अमेरिकी अस्पताल भारी दबाव में
अमेरिका में वैक्सीनेशन भले ही शुरू हो गया हो लेकिन, यहां हालात फिलहाल काबू में आते नहीं दिखते। हेल्थ मिनिस्ट्री की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि शुक्रवार को देश के अस्पतालों में कुल मिलाकर एक लाख 30 हजार नए मरीज भर्ती हुए। कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट में भी इसी आंकड़े की पुष्टि की गई है। यह लगातार 38वां दिन था जब देश के अस्पतालों में एक लाख से ज्यादा मरीज भर्ती हुए। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई गई है।
कनाडा में खतरा बढ़ा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार रात देश के नाम संबोधन में कहा कि कोरोना से खतरा बढ़ रहा है। जस्टिन ने कहा- मैं कुछ छिपाना नहीं चाहता। मैं साफ तौर पर कह रहा हूं कि देश में कोरोना का खतरा पहले के मुकाबले तेजी से बढ़ रहा है। यह सिर्फ हमरो देश में नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी यह खतरा बढ़ रहा है। मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि वे हर सावधानी बरतें ताकि हम संक्रमण को बढ़ने से रोक सकें।
बाइडेन का प्लान
अमेरिका में जल्द से जल्द ज्यादा लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने नया प्लान तैयार किया है। उन्होंने स्टॉक में रखे कोरोना वैक्सीन की सारी डोज एकसाथ रिलीज करने का आदेश दिया है। कहा कि वैक्सीन को स्टॉक करके बिल्कुल नहीं रखा जाएगा है। जैसे-जैसे वैक्सीन आती जा रही है उसे जरूरतमंद लोगों को लगाई जाए।
बाइडेन ट्रांजिट टीम ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ट्रांजिट टीम के प्रवक्ता टीजे डक्लो ने बताया कि जरूरतमंद लोगों को तुरंत वैक्सीन लग सके इसके लिए यह फैसला लिया गया है। इससे सप्लाई चेन में कहीं से भी रुकावट नहीं होगी।
इसके उलट ट्रम्प प्रशासन ने वैक्सीन के काफी डोज होल्ड करके रखने का आदेश दिया था। इसका मकसद था कि जिन्हें पहला डोज लगाया जा रहा है, समय रहते उन्हें दूसरा डोज भी लग सगे। वैक्सीन उपलब्ध न होने के चलते दूसरे डोज में देरी न हो सके। अमेरिकी सरकार के पास अभी 2 करोड़ 14 लाख से ज्यादा वैक्सीन के डोज उपलब्ध है। इनमें से 59 लाख 19 हजार लोगों को पहला डोज लगाया जा चुका है। पहला डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरा डोज लगना है।