अयोध्या। बाढ़ पीड़ितों पर पुलिस अधिकारी का दिल पसीज उठा है। बाढ़ से प्रभावित माझा गांव में लोगों के जनजीवन के स्तर को ऊंचा कर विकास के कार्यो में सुधार लाने के लिए एक पुलिस अधिकारी ने गोद ले लिया है। यहां रहने वाले हजारों लोगों को बाढ़ के दौरान गांव का घर छोड़ बंधे पर गुजारा करना पड़ता है। अयोध्या कोतवाली क्षेत्र स्थित ग्राम ‘तिहुरा मांझा’ को अयोध्या कोतवाल ने गोद लिया।
कोरोना काल में लोगों की खूब मदद की
बचपन से ही सामाजिक कार्य करते आ रहे कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने कोरोना काल में भी अपने क्षेत्र में गरीबों की मदद व हर संभव सहायता की है। जरुरतमंदों को भोजन, राशन, किट व आक्सीजन गैस आदि मुहैया कराने का काम किया है। उनका फोकस कानून व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य व शिक्षा पर अधिक रहा है। गांव गोद लेने के बाद वे वहां पर दोपहर में पहुंचे और विश्व राम राज्य महासंघ के सहयोग से मास्क व सैनिटाइजर का वितरण किया। लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया।
घर-घर जाकर मास्क और सैनिटाइजर वितरित किया गया
इस अवसर पर थाना कोतवाली अयोध्या पुलिस टीम के अलावा उक्त संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपिका सिंह, महासचिव आशीष मौर्य व प्रधान राम करन यादव, समाजसेवी सुरेश यादव आदि बहुत से लोग उपस्थित रहे। इस दौरान तिहुरा मांझा बेल्ट के अन्य कस्बे में भी लोगों के घर-घर जाकर मास्क सैनिटाइजर आदि वितरण किया गया।
लोगों की सोच में परिवर्तन लाने के लिए गांव को लिया गोद
कोतवाल अशोक सिंह ने बताया कि इस गांव को गोद लेने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस गांव में मांझा बेल्ट के चलते उच्च शिक्षा का काफी अभाव है। लोग छोटी-छोटी बातों पर अशिक्षा के कारण लड़ाई झगड़ा करते हैं। यहां के लोगों में स्वास्थ्य के प्रति लोग काफी उदासीनता है। हमने एक सार्थक प्रयास शुरू किया ताकि लोगों के जीवन व सोच में परिवर्तन लाया जा सके।
ग्रामीणों ने जताई खुशी
यहां के प्रधान राम करन यादव, समाजसेवी सुरेश यादव, रविन्द्र व अन्य लोगों ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम सभी कोतवाल अशोक सिंह के इस पुनीत कार्य मे पूरा सहयोग करेंगे। यह बड़े हर्ष की बात है कि हमारे ग्राम पंचायत को अयोध्या कोतवाल ने गोद लिया है। इससे पहले वे कुष्ठ पीड़ित, दिव्यांग व वृद्धों की सेवा के लिए चर्चित हुए थे। गांव गोद लेने के बाद वे वहां पर दोपहर में पहुंचे और सैकड़ों लोगों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए।