अयोध्या। राम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। इस बीच सोमवार यानी सात दिसंबर को मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या आएंगे। वे निर्माण के तकनीकी पहलुओं पर मंथन कर मंदिर की नींव के लिए 1200 खंभे बनाए जाने पर निर्णय लेंगे।
उनका निर्माण क्षेत्र का निरीक्षण के अलावा तकनीकी एजेंसियों के इंजीनियर्स व विज्ञानियों से वार्ता का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वहीं, ट्रस्ट ने देशभर के आर्किटेक्ट से 67 एकड़ मंदिर परिसर के विकास के लिए डिजाइन मांगे थे, अब तक 400 आर्किटेक्ट डिजाइन मिल चुके हैं।
नृपेंद्र मिश्र दो दिन में यह काम निपटाएंगे
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष दो दिवसीय दौरे में मंदिर निर्माण इकाई की तकनीकी टीम से वार्ता कर जानकारी हासिल करेंगे। वे परिसर का निरीक्षण कर अब तक की टेस्ट पाइलिंग के परीक्षण रिपोर्ट पर भी इंजीनियरों व लार्सन एंड टुब्रो (L&T), TATA कंसलटेंसी, IIT चेन्नई व इससे जुड़े संस्थानों के इंजीनियरों से भी वार्ता करेंगे।
यह उनका रुटीन दौरा है। वे महीने में एक-दो बार अयोध्या आकर मंदिर निर्माण की प्रगति को देखने का कार्यक्रम तय कर चुके हैं। ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।
मंदिर के लिए आए 400 आर्किटेक्ट डिजाइन
बताया गया कि राम मंदिर के 67 एकड़ परिसर के विकास की वृहद योजना के लिए देश के विभिन्न आर्किटेक्ट्स ने करीब 400 आर्किटेक्ट डिजाइन अपने सुझावों के साथ भेजे हैं, जो मंदिर ट्रस्ट के मेल ID पर उपलब्ध है। इनमें से डिजाइन के चयन व उस पर मंथन के लिए समिति का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी बनाए गए हैं।
इस समिति में आर्किटेक्ट की टीम व वास्तु शास्त्रियों को भी रखा गया है। वे सब मिल कर 67 एकड़ के विकास का खाका फाइनल करने के लिए आर्किटेक्ट डिजाइन के तकनीकी व वास्तु शास्त्र के पहलुओं पर आपसी विचार विमर्श कर रहे हैं। दरअसल, ट्रस्ट ने देशभर के आर्किटेक्ट से सुझाव मांगे थे।