अलविदा 2024 : कुर्सी कुमार से लेकर हेमंत सोरेन रहे खूब चर्चा में

साल 2024 अब खत्म होने वाला है। नया साल का स्वागत करने के लिए लोग तैयार है। साल 2024 राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है।

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कई नेताओं ने अपने सियासी फायदे के लिए पाला बदला तो कई नेताओं को जेल की हवा तक खानी पड़ी। इतना ही नहीं कई सीएम को जेल तक जाना पड़ा और इसी साल उनको सीएम की कुर्सी तक छोड़नी पड़ी। इसके अलावा सियासी फायदा के लिए नेताओं ने चुनाव से पहले अपना पाला बदला।

नीतीश ने बदला पाला

बात अगल पाला बदलने की हो तो इसमें नीतीश कुमार का नाम सबसे पहले आयेंगा। उन्होंने इस साल जनवरी में एक बार फिर लालू का साथ छोड़ बीजेपी के साथ चले गए।

ये देखने वाली बात थी कि उन्होंने इंडिया गठबंधन का निर्माण किया लेकिन सियासी फायदे को देखते हुए उन्होंने चुनाव के ठीक पहले मोदी का दामन थाम कर सबको हतप्रभ कर दिया। उनके जाने के बाद इंडिया गठबंधन काफी कमजोर हो गया और सत्ता से दूर रहा। नीतीश कुमार अब पलटू राम के नाम से मशहूर हो गए। उन्होंने बेहद चालाकी से लालू का साथ छोड़ दिया और कम विधायक होने के बावजूद सीएम बन गए।

हेमंत सोरेन को जाना पड़ा जेल

जनवरी के अंत में ही झारखंड में एक अलग ही घमासान देखने को मिला। अवैध जमीन घोटाले में फंसे हेमंत सोरेन को पहले जेल जाना पड़ा और फिर कुर्सी तक छोड़नी पड़ी।इस्तीफा देने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

इसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन ने सोरेन सरकार में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया और फिर उनको सीएम बना दिया गया। हालांकि जेल से रिहा हुए हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन ने झारखंड के सीएम पद छोडऩा पड़ा और फिर हेमंत सोरेन की ताजपोशी हो गई। वही मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती बीएम और अन्य पर आरोप लगे।

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