असीम अरुण मैदान में: जानकार बोले- मुश्किल हो सकती है डगर

कन्नौज। भाजपा ने असीम अरूण को सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने को हरी झंडी दे दी है। भाजपा से सदर विधानसभा सीट से टिकट मिलते ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं इस सीट पर दावेदारी ठोकने वाले कई दिग्गज नेताओं के चेहरे टिकट न मिलने से उदास हो गए हैं। इससे पूर्व भाजपा के प्रत्याशी के रूप में बनवारी लाल दोहरे को हर बार टिकट मिलती थी, लेकिन लगातार उनकी हार से भाजपा ने इस बार एक नये प्रत्याशी को नये चेहरे के साथ उतारा है।

खाकी वाले करेंगे समाज सेवा

जिन्होंने खाकी पहनकर प्रदेश पुलिस का पूरे देश में नाम रोशन किया है। कानपुर मंडल के पहले कमिश्नर असीम अरुण ने अपने पद से वीआरएस लेकर अपनी सियासी सफर की शुरुआत करते हुए अब कन्नौज से विधानसभा चुनाव की ताल ठोक दी है। जिसके लिए उन्हें भाजपा से टिकट की मंजूरी भी दे दी गई है। टिकट फाइनल होते ही उन्होंने जनसंपर्क भी तेज कर दिया है।

लगातार हार रहे हैं बनवारी लाल

असीम अरुण को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जिसके बाद अब पार्टी के अंदर गुटबाजी का लेवल भी बढ़ने लगा है। जिसकी बजह से अब उनको जीत के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है। भाजपा से सदर के तीन बार विधायक बनवारी लाल दोहरे भले ही विगत चार चुनाव में लगातार हार का मुंह देख रहे हो, लेकिन मौजूदा सियासी पृष्ठ भूमि में उनको सदर सीट से भाजपा का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

समर्थक खड़ी कर सकते हैं मुश्किल

70 साल की उम्र पार कर चुके बनवारी लाल दोहरे अपनी सियासत की आखिरी पारी खेलने की तैयारी को जनता के बीच भावनात्मक रिश्ता जोड़ रहे थे। इसी उदेश्य के साथ इस बार भी उन्होंने पूरे पांच साल अपनी सियासी जमीन को सींचा है। भाजपा टीम में बड़े दलित चेहरे के रूप में बनवारी लाल दोहरे ही माने जाते थे। ऐसे में पार्टी ने उनका टिकट काटकर असीम अरुण पर विश्वास जताया है। जिससे उनके समर्थक पूरी तरह से इनके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं।

असीम अरुण नहीं हैं बाहरी

असीम अरुण को पार्टी कैडर का वोट भले ही मिल जाए, लेकिन उनकी राह उतनी आसान नहीं दिख रही है। भाजपा ने सदर सीट से असीम अरुण को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिससे पार्टी के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं। हांलाकि भाजपा नेताओं ने पार्टी की बात से सहमति जताते हुए बताया कि असीम अरुण कोई बाहरी नहीं हैं, बल्कि कन्नौज के ही निवासी हैं। संगठन असीम अरुण या किसी अन्य को प्रत्याशी घोषित किया है, तो पार्टी के लोग और समर्थक उनके सहयोग में है।

तीन बार से सपा दर्ज कर रही है जीत

कन्नौज सदर विधानसभा से सपा ने लगातार तीन बार जीतकर हैट्रिक लगाने वाले अनिल दोहरे पर ही भरोसा जताया है। तिर्वा विधानसभा में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल के पुत्र अनिल पाल को टिकट दिया है। वहीं छिबरामऊ से ताहिर सिद्धकी को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाकर घोषित किया है। भारतीय जनता पार्टी ने भी कन्नौज सुरक्षित से पुलिस अधिकारी से राजनेता बने असीम अरुण, तिर्वा से निवर्तमान विद्यायक कैलाश राजपूत व छिबरामऊ से अर्चना पांडेय पर भरोसा जताया है। अभी कांग्रेस व बसपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने जनपद की विधानसभा सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची में नाम देकर घोषणा कर दी है ।

जिले में कुल मतदाताओ की संख्या

कन्नौज विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव में जिले भर में कुल 12 लाख 67 हजार 903 मतदाता हैं। जिसमें पुरुष मतदाता 682955, महिला मतदाता 584895 और थर्ड जेंडर 53 हैं। वहीं सदर विधानसभा (198) में 4 लाख 27 हजार 488 मतदाता हैं। जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 227928 है। जबकि महिला मतदाता की संख्या 199547 है और 13 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

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