लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चर्चित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को समय से पहले रिटायर कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में यह फैसला लिया है।
यह जानकारी खुद अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर दी है। गृह मंत्रालय के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि लोककहित में सेवा में बनाये रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत किये जाने का निर्णय लिया गया है।
अमिताभ ठाकुर अपने बयानों की वजह अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। वह 1992 बैच के आईपीएस अफसर है। वह कवि के साथ-साथ लेखक भी हैं।
अखिलेश सरकार में भी वह काफी चर्चा में रहे थे जब मुलायम सिंह से विवाद का ऑडियो वायरल होने के निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद वह कोर्ट में गए फिर बहाल हुए।
ठाकुर के अलावा दो और आईपीएस अफसर राजेश कृष्ण और राकेश शंकर को भी सरकारी सेवा के लिए अनुपयुक्त पाया गया है। इन दोनों को भी अनिवार्य सेवनिवृत्ति दे दी गई है।