नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है। भारतीय दूतावास ने इसकी जानकारी दी। दूतावास ने बचे हुए छात्रों से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुंचने की अपील की है। इससे पहले यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में भारतीयों से उनके मोबाइल नंबर और स्थान के साथ ‘तत्काल आधार’ पर उनसे संपर्क करने को कहा है।
हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर महत्वपूर्ण घोषणा की है। इसने कहा, “भारतीय दूतावास ने आज ऑपरेशन गंगा उड़ानों के अपने अंतिम चरण की शुरुआत की। अपने स्वयं के आवास (दूतावास द्वारा व्यवस्थित के अलावा) में रहने वाले सभी छात्रों से अनुरोध किया जाता है कि वे हंगरी, राकोजी UT 90 (बुडापेस्ट) में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच पहुंचें।”
बता दें कि हंगरी की सीमा युद्धग्रस्त यूक्रेन से लगती है और अभी तक इस देश से होते हुए हजारों भारतीयों को भारत लाया गया है। भारत के दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए बुडापेस्ट (हंगरी) में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। 2,200 से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए रविवार को बुडापेस्ट, कोसिसे, रेजजो और बुखारेस्ट से ग्यारह और विशेष उड़ानें संचालित होने की उम्मीद है।
इजरायल में भारत के दूतावास के उप प्रमुख राजीव बोडवाडे को भी विशेष ड्यूटी पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया, “हमारे पास हंगरी-यूक्रेन सीमा पर टीमें हैं जो हमें इस बात की जानकारी दे रही हैं कि कितने भारतीय सीमा पार कर रहे हैं, अन्य टीमें आवास, परिवहन आदि की देखभाल कर रही हैं। 150 से अधिक स्वयंसेवक हमारी मदद कर रहे हैं।”