आगरा। नुनिहाई में दाऊजी गोदाम के पास सोमवार की रात लहूलुहान हालत में मिले चांदी कारीगराें की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। दोनों ने देनदारी से बचने के लिए खुद ही अपने गले काट लिए थे। इससे कि तकादा करने वाला जानलेवा हमले के आरोप में फंसने के डर से अपनी रकम न मांगे। अस्पताल में भर्ती दोनों कारीगरों की हालत स्थिर बनी हुई है। साजिश में शामिल एक आरोपित नाबालिग है।
मामले के अनुसार सोमवार की रात नौ नुनिहाई में रेलवे लाइन की ओर से दो युवक लहूलुहान हालत में भागते हुए दाऊजी के गोदाम तक पहुंचे थे।वहां चौकीदार छोटेलाल से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई थी। एक युवक ने अपना नाम राहुल निवासी कछपुरा एत्माद्दौला बताया था। जबकि दूसरा चांदी कारीगर नाबालिग है। पुलिस ने उसका भी नाम-पता खोज निकाला था। पहले आशंका ये जताई जा रही थी कि दोनों की हत्या का प्रयास किया गया है। वह आरोपितों के चंगुल से किसी तरह जान बचाकर भागे हैं।
इंस्पेक्टर संजय कुमार त्यागी ने बताया कि छानबीन करने पर पता चला कि दोनों चांदी कारीगर हैं। वह एमएम गेट के मोती कटरा में सोनू नामक चांदी कारोबारी के यहां काम करते थे। उसकी कई लाख रुपये की चांदी हड़प ली थी। कारोबारी ने चांदी नहीं लौटाने पर मुकदमा दर्ज कराने की कहा था।
इस पर दोनों कारीगर ने पिछले महीने उससे दो लाख रुपये में राजीनामा कर लिया था। कारोबारी रकम लौटाने के लिए तकादा कर रहा था। इस पर दोनों ने आत्मघाती साजिश रची थी। इससे कि दबाव में आकर कारोबारी उनसे अपनी रकम लौटाने का तकादा नहीं करे। इंस्पेक्टर ने बताया दोनों कारीगरों की हालत स्थिर बनी हुई है।