नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में आज शाम दो चैंपियन टीमों का सामना होने जा रहा है। एक तरफ होगी 4 बार खिताब जीत चुकी मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स तो दूसरी ओर सबसे ज्यादा 5 बार ट्राफी पर कब्जा जमाने वाली मुंबई इंडियंस। इस सीजन दोनों ही टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है और अब वह टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़ी हैं। आज का यह मुकाबला दोनों ही टीम के लिए करो मरो का होने वाला है।
मुंबई और चेन्नई का सामना अब तक हुए आईपीएल (2008-2021) के पिछले 14 सीजन में 32 बार हो चुका है। इसमें से चेन्नई ने 13 और मुंबई ने 19 मैच जीते हैं। वहीं पिछली पांच भिड़ंत की बात करें तो मुंबई का पलड़ा भारी रहा है और टीम ने 3 मुकाबले जीते हैं, चेन्नई को 2 में जीत मिली है।
क्यों है करो या मरो का मुकाबला
चेन्नई और मुंबई की टीम ने इस सीजन में अपने शुरुआती मुकाबलों में लगातार हार झेली और अब उसे हर हाल में जीत चाहिए। मुंबई का हाल बहुत बुरा है क्योंकि उसने अब तक खेले सभी 6 से 6 मुकाबले हारे हैं। चेन्नई का हाल थोड़ा बेहतर है क्योंकि 6 मैच खेलने के बाद एक मैच में जीत मिली है। यह मैच करो या मरो का इसलिेए है क्योंकि यहां हार का मतलब टूर्नामेंट के प्लेआफ की उम्मीदें लगभग खत्म।
हारे तो क्या होगा मुंबई और चेन्नई का
जैसा कि हमने उपर बताया कि मुंबई की टीम के अब तक एक भी जीत नहीं मिली है। वह लगातार छह मुकाबले हार चुके है। चेन्नई के खिलाफ हार का मतलब होगा लगातार सातवीं हार। इस मैच को हारने के बाद टीम टूर्नामेंट के प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो जाएगी। उसके सामने महज 7 मुकाबले रहेंगे जिसमें जीत हासिल करने के बाद भी टीम अगले दौर में नहीं पहुंच पाएगी।
चेन्नई के लिए राहत की बात है कि उसने कम से कम एक मैच जीता है। मुंबई के खिलाफ हारने के बाद भी उसके पास 7 मैच बाकी रहेंगे। अगर टीम अगले सारे मैच जीत ले तो उसके पास 8 जीत होगी और प्लेआफ की दावेदारी पेश कर पाएगी। लेकिन आगे जाना पूरी तरह से बाकी टीमों के अंक ओर नेट रन रेट पर निर्भर करेगा।