नई दिल्ली। आज यानी अगस्त से पूरे एक महीने के लिए भारत के हाथों में दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की कमान आ गई है। आज से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाल रहा है और इस महीने के दौरान यह समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना की कवायद करने और आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने को तैयार है।
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के तौर पर भारत की ताजपोशी से पाकिस्तान को डर सताने लगा है। आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने की भारत की नियत से डरे पाकिस्तान ने उम्मीद जताई कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष होकर काम करेगा।
पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन के मुताबिक, पाक विदेश कार्यालय ने शनिवार को उम्मीद जताई कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अध्यक्ष के रूप में अपने महीने भर के कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष रूप से कार्य करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने डॉन के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के संचालन को नियंत्रित करने वाले प्रासंगिक नियमों और मानदंडों का पालन करेगा।
फिर से कश्मीर का राग अलापते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्कता ने आगे कहा कि क्योंकि भारत ने अध्यक्ष का यह पद संभाल लिया है, इसलिए हम उसे एक बार फिर से यह याद दिलाना चाहते हैं कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के जम्मू-कश्मीर पर प्रस्तावों को लागू करे।’
पाकिस्तान का यह डर इसलिए भी है, क्योंकि भारत जब अध्यक्ष पद पर एक महीने के लिए रहेगा तो उसका कश्मीर को लेकर प्रोपगेंडा काम नहीं कर पाएगा। इसके अलावा, पाकिस्तान के डर की एक वजह यह भी है कि वह अफगानिस्तान में तालिबान का समर्थन करता है, जबकि भारत हमेशा वहां राजनीतिक हल निकालने की बात करता आया है और शांति का पक्षधर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि अफगानिस्तान में उसकी नापाक कोशिशों को भारत अपने कार्यकाल में पूरा नहीं होने देगा।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बतौर अध्यक्ष भारत का पहला कार्य दिवस सोमवार यानी 2 अगस्त होगा। तिरुमूर्ति महीने भर के लिए परिषद के कार्यक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मिश्रित संवाददाता सम्मेलन करेंगे यानी कुछ लोग वहां मौजूद होंगे जबकि अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र के उन सदस्यों देशों को भी कार्य विवरण उपलब्ध कराएंगे जो परिषद के सदस्य नहीं हैं।
बता दें कि सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ। यह सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता है। भारत अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा।
अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत समुद्री सुरक्षा, शांति रक्षा और आतंकवाद को रोकने जैसे विषयों पर ध्यान देगा तथा इन मुद्दों पर उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेगा और ठोस रणनीति बनाने पर जोर देगा। तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत परिषद के भीतर और बाहर दोनों जगह आतंकवाद से लड़ने पर जोर देता रहा है। हमने आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों को न केवल मजबूत किया है खासतौर से आतंकवाद के वित्त पोषण को, बल्कि हमने आतंकवाद पर ध्यान को कमजोर करने की कोशिशों को भी रोका है।