इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस साल भी ‘कश्मीर एकता’ दिवस मनाया। इस मौके पर जनसभाएं करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह हरेक मंच पर कश्मीर के दूत बनकर जाएंगे। वहीं, पड़ोसी देश बांग्लादेश ने पाकिस्तान उच्चायोग को ढाका में ‘कश्मीर एकता दिवस’ मनाने पर फटकार लगाई है। पाकिस्तान से कश्मीर में आतंकवादी नहीं भेजने की मांग की है।
बांग्लादेश’ ने पाक से कहा- मुजीबुर रहमान के हत्यारों को शरण देना करें बंद
ढाका में शुक्रवार को बांग्लादेश के सामाजिक संगठनों बांग्लादेश डॉटर्स फाउंडेशन, ‘मानुशेर माझे मानुशेर काजे’ और ‘यस बांग्लादेश’ ने वर्ष 1971 में बांग्लादेश में जनसंहार करने पर पाकिस्तान की आलोचना की है। साथ ही पाकिस्तान से कहा कि वह उनके राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान के हत्यारों को अपने देश में शरण देना बंद करने को कहा है।
बांग्लादेश’ ने कहा- कश्मीर में आतंकी भेजना बंद करो
इन संगठनों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि पाकिस्तान हम चाहते हैं कि तुम अपने कुख्यात आतंकियों को जेल में डालो और कश्मीर में अपने आतंकवादी भेजना बंद करो। इन बांग्लादेशियों ने कहा कि कश्मीर एकजुटता दिवस मनाने वाले पाकिस्तान को बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन के बारे में भी जवाब देना चाहिए।
इमरान ने कहा- मैं हर मंच से कश्मीरियों की आवाज उठाऊंगा
पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के कोटली शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि जितना भी हो सके मैं हर मंच से कश्मीरियों की आवाज उठाऊंगा। फिर चाहे वह संयुक्त राष्ट्र हो, विश्व के नेता या फिर यूरोपीय संघ हो। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से तीन बार इस मुद्दे को सुलझाने की बात कही थी।