नई दिल्ली। देश के कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर (computer software and hardware) क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 9 माह (अप्रैल-दिसंबर) के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का प्रवाह करीब चार गुना होकर 24.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग Industry and Internal Trade Promotion Department (डीपीआईआईटी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
इस पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इस क्षेत्र में 6.4 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया था। पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में इस क्षेत्र को 7.7 अरब डॉलर का विदेशी निवेश मिला था। विशेषज्ञों ने कहा कि महामारी की वजह से घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) की वजह से डिजिटलीकरण की रफ्तार तेज हुई है और कृत्रिम मेधा (एआई) का इस्तेमाल बढ़ा है। इससे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्रों के लिए व्यापक संभावनाएं पैदा हुई हैं।
शार्दुल अमरचंद एंड मंगलदास एंड कंपनी के भागीदार अरविंद शर्मा ने कहा, इस क्षेत्र के मूल्य का भारी दोहन हो रहा है। क्षेत्र में बड़ा विदेशी निवेश आया है। सिंघी एडवाइजर्स के भागीदार बिमल राज ने कहा कि क्षेत्र में एफडीआई का प्रवाह बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और डिजिटल क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है। भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनियां इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए काफी अच्छी स्थिति में हैं।