नई दिल्ली। मध्य पूर्व में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर बड़ा हमला किया था। इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने भी बदला लेने की शपथ ली है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों देशों के बीच यदि युद्ध छिड़ता है तो वह एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष का रूप ले लेगा जोकि पूरे मध्य पूर्व को अपनी चपेट में ले सकता है। इस बीच कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि क्या इजरायल ईरान से कमजोर पड़ रहा है?
ईरान कितना ताकतवर है? ईरान के हमलों के बाद क्या इजरायल चुप बैठेगा? क्या ये हमला हिज्बुल्लाह संगठन प्रमुख नसरुल्लाह की मौत का बदला है? ईरान की एजेंसी आईआरजीसी ने कहा था कि ईरान के 90 प्रतिशत हमले सफल हुए हैं और निशाने पर लगे हैं। चलिए इस बीच हम जानते हैं कि ईरान के पास ऐसे कौन से ताकतवर हथियार हैं जो इजरायल के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के पास कई ताकतवर हथियार हैं, जिसमें ‘अबू महदी मिसाइल’, फतह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल, मुहाजिर-10 ड्रोन, सेवोम खोरदाद और सैय्यद बख्तरबंद लड़ाकू वाहन शामिल है। ईरान के ये हथियार इजरायल के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं।
ईरान की अबू महदी मिसाइल समुद्र, जमीन और हवा से लॉन्च की जा सकती है। इस मिसाइल की रेंज एक हजार किमी से अधिक है। यह मिसाइल कई गति सीमाओं पर उड़ान भर सकती है। वहीं ईरान की 1400 किमी रेंज वाली फतह-1 हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल 13 से 15 मैक तक की रफ्तार पकड़ सकती है। ये मिसाइल उड़ान में पैंतरेबाजी कर सकती है।
इसके अलावा ईरान के पास मुहाजिर-10 ड्रोन है जो 24 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है। इसकी रेंज दो हजार किमी है। यह 210 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। इतना ही नहीं यह ड्रोन तीन हजार किलोग्राम तक का वॉरहेड ले जा सकता है और सात हजार मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है।
सेवोम खोरदाद, ईरान की एक मध्यम दूरी की वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली है। इसे मई 2014 में लॉन्च किया गया था। सेवोम खोरदाद, वायु रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) का एडवांस वर्जन है। यह एयर डिफेंस सिस्टम एक साथ 350 किमी तक की दूरी पर 100 लक्ष्यों को ट्रैक करके उनमें से चार को निशाना बना सकता है। ईरान ने अपने एयर डिफेंस की ताकत जून 2019 को अमेरिका को दिखाई थी।
इन सब के अलावा ईरान पर सैय्यद एक बख्तरबंद लड़ाकू वाहन है। इस लड़ाकू वाहन को इस हिसाब से डिजाइन किया गया कि युद्ध के मैदान में दुश्मनों के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ा जा सके। इसका उद्देश्य सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और दुश्मन पर प्रभावी हमला करना है, इसे उच्च सुरक्षा और फायरपावर के साथ विकसित किया गया है। वाहन का डिजाइन और तकनीक इसे विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाती है। यह वाहन गोला-बारूद का सामना कर सकता है, कठिन भूभाग पर चल सकता है।
बता दें कि ईरान के पास ताकतवर हथियार हैं जो उसे एक महत्वपूर्ण सैन्य शक्ति बनाती हैं। लेकिन इजरायल भी अपनी सुरक्षा के लिए तत्पर रहता है। इजरायल के पास भी आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और अन्य मिसाइल रक्षा प्रणालियां हैं, जो उसे संभावित हवाई हमलों से बचाने में मदद करती हैं।
–आईएएनएस