उत्तर कोरिया का नया फरमान: विदेशी फिल्में देखीं या फटी जींस पहनी तो मिलेगी मौत

सियोल। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने नया फरमान जारी किया है। इसके तहत विदेशी फिल्में देखने और विदेशी कपड़े पहनने पर लोगों को मौत की सजा सुनाई जाएगी। इसके अलावा, यदि किसी के पास अमेरिकी, जापानी या दक्षिण कोरिया के वीडियो मिले तो उसे भी मौत की सजा मिलेगी। दरअसल, तानाशाह किम जोंग-उन ने हाल ही में सरकारी मीडिया को एक चिट्ठी लिखी है।

इसमें देश की युवाओं से आह्वान किया है कि वो युवाओं में ‘अप्रिय, व्यक्तिवादी, समाज-विरोधी बर्ताव’ के खिलाफ मुहिम छेड़ें। इसे लेकर सरकार का कहना है कि नया कानून प्रतिक्रियावादी सोच को रोकने के लिए लाया गया है। पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया के लोग बताते हैं कि तानाशाह विदेशी भाषणों, हेयर स्टाइल और कपड़ों को खतरनाक जहर मानता है। इसलिए वो इन पर रोक लगाना चाहता है।

विश्लेषकों का कहना है, तानाशाह उत्तर कोरिया में बाहर से पहुंचने वाली सूचनाओं पर प्रतिबंध लगाना चाहता है। डेली एनके के मुताबिक, तानाशाह नहीं चाहता है कि उसके नागरिक दक्षिण कोरिया की चमक-दमक से भरे टीवी सीरियल या फिल्में देखें। किम जोंग उन युवाओं के मन में डर पैदाकर उनके अरमान खत्म करना चाहता है। उसका मानना है कि यदि किसी दूसरे देश की संस्कृति उसके देश पहुंची तो वहां के युवा उसके खिलाफ खड़े हो सकते हैं।

वे तानाशाही का विरोध भी कर सकते हैं। इसलिए तानाशाह ने यह कानून लागू किया है। कानून के मुताबिक, अगर किसी कामगार को विदेशी फिल्म देखते पाया गया तो फैक्ट्री प्रमुख को सजा मिलेगी। यदि कोई बच्चा विदेशी कपड़े पहने पाया गया या विदेश हेयर स्टाइल में पाया गया तो उसके माता-पिता को सजा दी जाएगी। पिछले साल उत्तर कोरिया से भागने में कामयाब रहे चोई जोंग-हून ने बताया कि वक्त जितना कठिन होता है, नियम, कानून और सजा भी वैसे ही सख्त होते जा रहे हैं।

बाहरी दुनिया देखना चाहते हैं लोग, इसलिए देखते हैं विदेशी वीडियो
डेलीएन के मुताबिक, उत्तर कोरिया के लोग जानना चाहते हैं कि आखिर बाहरी दुनिया दिखती कैसी है। वहां चल क्या रहा है। उत्तर कोरिया से बाहर भागे लोग बताते हैं कि पहले उन्हें लगता था कि पश्चिम के लोग उनके देश के बारे में झूठ बोलते हैं। चोई जोंग-हून बताते हैं कि जब मैं पिछले साल चीन पहुंचा तो पहली बार इंटरनेट के बारे में पता चला।

फिर मैंने उत्तर कोरिया पर कई डॉक्यूमेंट्री देखीं। आर्टिकल पढ़े और तब मुझे लगा कि शायद ये सही है, क्योंकि उनकी बातें समझ में आ रही थीं। और ये पता चलने तक बहुत देर हो चुकी थी, इसके बाद मैं वापस नहीं लौट सका। मैं अपने परिवार को बहुत याद करता हूं।

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