उत्तर प्रदेश में 3000 के पार पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, काशी विश्वनाथ में टूटी बरसों पुरानी परंपरा

लखनऊ। देश मे कोरोना अपने पूरे सवाब पर पहुंचता जा रहा है। केंद्र के साथ राज्य सरकारें इस महामारी को काबू करने के लिए दिन रात एक कर रहीं है लेकिन कोरोना को थामने में पूरी तरह सफल होते नही दिख रहे है। उत्तर प्रदेश में गुरुवार शाम तक 52 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। कई सप्ताह बाद मरीजों की संख्या में कमी देखी गई। हालांकि, कोरोना संक्रमितों की संख्या 3071 पहुंच गई है। 120 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी किए गए। अब तक 1250 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि 62 लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच, शुकव्रार सुबह सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन वाराणसी पहुंची। यहां कामगारों को जांच के बाद रोडवेज की बसों से उनके गृह जिलों में भेजा गया। वहीं, नोएडा में शुक्रवार तड़के एक सब्जी मंडी में सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन किया गया।

सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर सुबह साढे़ 5 बजे पहुंची। कामगारों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ट्रेन से उतारा गया और फिर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। लोगों की जानकारी नोट की गई। बाद में प्रशासन की तरफ से उन्हें जूस, चिप्स के पैकेट और पानी दिया गया। गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, मऊ और अन्य जगहों पर लोगों को बसों से भेजा जा रहा है। श्रमिक मनोहर ने बताया कि सूरत में वह लूम चलाते थे। वहां सेठों ने पैसा देना बंद कर दिया था। कर्ज लेकर किसी तरह से जीवन कटा।

लॉकडाउन के बीच वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में सप्तर्षी आरती परंपरा का निर्वहन मंदिर के अर्चक निभा रहे हैं। गुरुवार को मंदिर के अर्चकों ने बाबा विश्वनाथ की भव्य आरती की। प्रशासन की तरफ से इसका वीडियो भी जारी किया गया। दरअसल काशी विश्वनाथ मंदिर में यह पूजा अर्चना रोज होती है। इसके लिए प्रशासन की तरफ से पास जारी किए गए थे। कुछ अर्चकों का आरोप है कि उनके पास कैंसल कर दिए गए और उन्हें मंदिर में पूजा करने के लिए नहीं जाने दिया गया।

यह कोरोना काल है। इस काल में सबकुछ बदल गया है। सदियों पुरानी परंपराएं टूट रही है और एक नई जीवन शैली जुड़ रही है।
कोरोना ने सभी के अस्तित्व को नकार दिया है तभी तो धार्मिक स्थलों पर ताले लटक रहे हैं। इन जगहों पर सुबह व शाम प्रार्थना लिए जुटने वाली भीड़ भी नहीं दिख रही है।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए धार्मिक स्थलों में सभी का प्रवेश बंद हैं। इसी के चलते काशी विश्वनाथ मंदिर की सैकड़ों साल पुरानी एक परंपरा टूट गई। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत परिवार के पुजारियों ने मंदिर में प्रवेश करने से रोके जाने से नाराज होकर बीच सड़क पर ही सप्त ऋषि आरती कर दी।

यह तस्वीर वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर की है जहां शुक्रवार को मंदिर के अर्चकों द्वारा बाबा विश्वनाथ की भव्य आरती की गई। इसका वीडियो भी प्रशासन की तरफ से जारी किया गया।
यह तस्वीर वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर की है। शुक्रवार को मंदिर के अर्चकों द्वारा बाबा विश्वनाथ की भव्य आरती की गई।

नोएडा: सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग ताक पर

यह तस्वीर नोएडा की है। यहां के सेक्टर 88 की सब्जी मार्केट में सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। इसमें सब्जी खरीदने वालों के साथ-साथ बड़ी संख्या में खरीदार भी थे।
यह तस्वीर नोएडा की है। यहां के सेक्टर 88 की सब्जी मार्केट में सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। इसमें सब्जी खरीदने वालों के साथ-साथ बड़ी संख्या में खरीदार भी थे।

गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) जिले की एक सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं। शुक्रवार तड़के सेक्टर 88 की मंडी में सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। इसमें सब्जी खरीदने वालों के साथ-साथ बड़ी संख्या में खरीदार भी थे। इससे पहले दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में इसी तरह की भीड़ के बाद कई लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया था।

मार्केट कमिटी के सेक्रेटरी ने कहा- ‘हम कल से 100 से 150 पास ही जारी करेंगे। अब से सिर्फ पास धारक रेहड़ी वालों को ही मार्केट में आने दिया जाएगा।’ सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सैकड़ों की संख्या में सब्जी और फल के विक्रेता अपने ठेले के साथ मौजूद हैं और उनके आसपास ढेर सारी भीड़ जमा है।

आगरा: पत्रकार समेत दो लोगों की कोरोना से मौत

आगरा में गुरुवार को कोविड-19 से संक्रमित दो लोगों की मौत हो गई। इनमें एक पत्रकार भी शामिल हैं। जिलाधिकारी कार्यालय के अनुसार, सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली एक महिला की भी इस बीमारी के कारण मौत हो गई। दोनों का आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था।

संक्रमण के कारण यहां मरने वालों की संख्या 20 तक पहुंच गई। शहर में गुरुवार को संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए। यहां संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 678 हो गई। यहां अब तक 294 लोग स्वस्थ होने पर घर जा चुके हैं। जबकि अभी 364 लोगों का इलाज चल रहा है।

 

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