उप्र के वृद्धाश्रमों और बाल सुधार गृहों में भी नहीं फैला कोरोना संक्रमण

-वृद्धाश्रमों में मात्र 03 और बाल गृहों में 02 जनपदों में संक्रमण की पुष्टि 
लखनऊ। प्रदेश के अधिकांश जनपदों में शहरी झुग्गी-झोपड़ियों में कोरोना संक्रमण नहीं मिलने के बाद अब वृद्धाश्रमों और बाल सुधार गृहों से भी राहत देने वाली खबर आई है। यहां रहने वाले लोगों के बीच भी सामुदायिक संक्रमण नहीं पाया गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि राज्य के सभी 75 जनपदों में से मात्र 03 जनपदों सुलतानपुर, कुशीनगर और जालौन के वृद्धाश्रमों में रैंडम जांच के दौरान संक्रमण पाया गया है। अन्य 72 जिले फिलहाल इससे पूरी तरह महफूज हैं।
संक्रमण वाले तीनों जनपदों के वृद्धाश्रमों में संक्रमित लोगों का इलाज कराया जा रहा है। वहीं अन्य लोगों की भी जांच करायी जा रही है। बुजुर्गों के संक्रमित होने पर सही समय पर इलाज नहीं होने से जटिलता बढ़ जाती है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह बाल गृह, बाल सुधार गृह, बालिका संरक्षण गृहों में भी पूरे प्रदेश में रैंडम सैम्पलिंग करवाई गई। इनमें 75 जनपदों में मात्र 02 जनपदों मेरठ और कानपुर नगर में संक्रमण की पुष्टि हुई है। शेष 73​ जिलों में संक्रमण नहीं पाया गया है। जिन दो जनपदों में संक्रमण मिला है, वहां मरीजों का इलाज कराने के साथ अन्य लोगों की भी जांच कराई जा रही है।
सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को और विभागों को सतर्क किया गया है कि जहां पर भी बड़ी संख्या में लोग निवास कर रहे हैं, वहां पर विशेष ध्यान दिया जाए। वहां के कर्मचारी एक ही स्थान पर निवास करें, हॉटस्पॉट एरिया से आवागमन न हो।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अनाथालय या राजकीय सुधार गृह में रहने वाले छोटे बच्चों का परिवार उनके साथ नहीं हैं इसलिए यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि अभिवावक की तरह उनकी देख-भाल करे, इसी क्रम में उनकी सैम्पलिंग करवाई गई थी। वहां के प्रबंधन से कहा गया है कि सभी बच्चों, वृद्धजनों व कर्मचारियों को विस्तार से बताएं कि किस प्रकार संक्रमण से अपना बचाव करना है।
58 जिलों में शहरी झुग्गी-झोपड़ियों में नहीं पाया गया संक्रमण
इससे पहले प्रदेश के सभी 75 जनपदों में शहरी झुग्गी-झोपड़ियों में की गई रैंडम जांच में 58 जिलों में संक्रमण नहीं पाया गया है। केवल 17 जनपदों में इसकी पुष्टि हुई। इस दौरान कुल 3,475 कोरोना नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें से मात्र 65 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रदेश में इन बस्तियों में रहने वाले 1.87 प्रतिशत लोग ही पॉजिटिव पाये गए हैं।
18 जनपदों के गांवों में भी नहीं फैला संक्रमण
बीते दिनों प्रदेश के 18 जनपदों के 72 गांवों में भी कोरोना जांच की गई थी। यहां सबसे अधिक प्रवासी कामगार आये थे। इन लोगों के आने के 15 दिन से ज्यादा का समय गुजरने के बाद यहां 1,686 सामान्य नागरिकों की कोरोना जांच की गई, जिससे समुदाय में संक्रमण के स्तर का पता चल सके। इनमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी।

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