लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जांच की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा जांच के निर्देश दिये हैं, जिससे वास्तविक स्थिति का अन्दाजा होने के साथ समय पर इलाज शुरू किया जा सके। इसकी बदौलत बुधवार को यह आंकड़ा 6000 के करीब पहुंच गया, जो अभी तक का रिकार्ड है। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक डेढ़ लाख से अधिक कोरोना टेस्ट हो चुके हैं।
अब प्रतिदिन 10,000 कोराना नमूनों की जांच का लक्ष्य
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को 5,833 कोरोना नमूनों की जांच की गई। यह एक दिन में अभी तक की सबसे अधिकतम जांच है। इससे पहले मंगलवार को कुल 5,405 कोरोना नमूनों की जांच की गई थी। शुरुआत में जहां मात्र 200-300 नमूनों की जांच हो पा रही थी। वहीं इसके बाद से संख्या बढ़कर 1000 से 2000 के बीच पहुंची। प्रयोगशालाओं की संख्या में वृद्धि से इसमें और इजाफा हुआ तथा अब ये 5,000 से 6,000 के बीच में पहुंच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेस्टिंग क्षमता में और वृद्धि करते हुए इस सप्ताह के अन्त तक इसे 10,000 टेस्ट प्रतिदिन करने के निर्देश दिये हैं।
अब तक किये जा चुके हैं 1,53,139 टेस्ट
वहीं प्रदेश में बुधवार को 370 पूल टेस्ट के माध्यम से जांच की गई। इनमें से 27 पूल पॉजिटिव पाये गये। इसके साथ ही बुधवार को कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच का आंकड़ा 1.50 लाख के ऊपर चला गया। राज्य में सरकारी और निजी लैब के जरिए अब तक 1,53,139 टेस्ट किये जा चुके हैं।
प्रदेश में 1730 कोरोना मामले, 1973 मरीज हुए ठीक
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि बेहतर इलाज की बदौलत अब राज्य में ठीक होने वाले रोगियों की संख्या लगातार कुल संक्रमित मरीजों से ज्यादा दर्ज की जा रही है। इस समय प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1730 मामले हैं। वहीं अब तक 1973 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। इससे पहले उन्होंने बुधवार को कोरोना संक्रमण के 1744 मामले और उपचारित मरीजों की संख्या 1902 बतायी थी। वहीं सोमवार को घर भेजे जाने वाले मरीजों की संख्या 1758 और कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1735 दर्ज की गई थी।
3.01 करोड़ लोगों के बीच पहुंची स्वास्थ्य टीमें
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर सर्वेश्रण कर रही हैं। 73,131 टीमें 60,66,476 घरों के बीच सम्पर्क के लिए पहुंची है। इस दौरान 3,01,14,730 लोगों से सम्पर्क किया है। लक्षण मिलने वालों की जांच करायी गई।
कोरोना के इलाज को राज्य में त्रिस्तरीय अस्पताल एल-1, एल-2, एल-3 व्यवस्था के तहत 55,000 बेड का इंतजाम हो चुका है। इनमें 1,823 बेड पर कोरोना संक्रमित व अन्य हैं। वहीं
फैसिलिटी क्वारंटाइन में 9,834 लोग हैं।
निजी अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन 06 माह के लिए बढ़ाया
प्रमुख सचिव,स्वास्थ्य ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कल वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जनपदों के इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों से बात की थी। इसमें उन्होंने निजी अस्पतालों का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने सम्बन्धित जनपदों में नाॅन कोविड इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराएं। इस पर अस्पतालों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने की बात कही।
उनके आग्रह पर मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन छह महीने के लिए बढ़ाने के निर्देश दिये। इस सम्बन्ध में आज आदेश जारी किया जा रहा है। आयुष्मान भारत के तहत निर्धारित दरों पर मरीजों का इलाज करने वाले सूचीबद्ध अस्पतालों, नर्सिंग होम को राज्य सरकार पीपीई किट 50 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध कराएगी।