कानपुर। चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय (सीएसए) कानपुर के मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने देश में मानसून के आज से आगमन की बात कही है। वैज्ञानिक ने मानसून की दस्तक केरल में करने की संभावना जताई है। जबकि उत्तर भारत में आने वाले राज्यों के उप्र में सबसे पहले 23 जून तक आने का पुर्वानुमान लगाया है।
सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि केरल में अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना है और इसके आगे बढ़ने से स्थिति मानसून के अधिक अनुकूल होने का पूर्वानुमान है। बताया कि केरल में आमतौर पर मानसून एक जून को पहुंचता है। लेकिन इस बार दो दिन देरी से मानसून पहुंच रहा है।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इससे पूर्व मानसून के यहां 31 मई या इससे चार दिन अधिक या पहले पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन अभी तक केरल में मानसून आने की स्थिति नहीं बन पाई थी।
बताया कि आईएमडी ने मानसून के इस साल सामान्य रहने का अनुमान जताया है। हालांकि प्राईवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, पूरे भारत में मानसून के चार महीनों के दौरान औसत 880.6 मिलीमीटर बारिश होती है, जिसे लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) कहते हैं। यानी 880.6 मिलीमीटर बारिश को 100 प्रतिशत माना जाता है। खुशी के बात यह है कि इस साल औसत बारिश से कुछ अधिक 907 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है।
23 की उप्र में देगा मानसून दस्तक
सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि उत्तर भारत में उप्र के लिए खुशी की बात यह है इस क्षेत्र में आने वाले अन्य राज्यों की अपेक्षा सबसे पहले मानसून अपनी दस्तक देगा। बताया कि उत्तर प्रदेश में इस बार 23 जून को मानसून आने की संभावना है। जबकि 26 जून को मानसून गुजरात पहुंच सकता है।
उन्होंने बताया कि इस बार देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा में 27 जून को मानसून आने की संभावना है। दिल्ली के बाद मानसून का रुख पंजाब की ओर होगा। यहां 28 मई तक आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। अंत में 29 जून को मानसून राजस्थान पहुंच सकता है।