गोरखपुर। बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में हो रहे विकास कार्यों का गणित बिगाड़ दिया है। यहां विभिन्न साइट्स पर काम करने वाले मजदूरों की किल्लत होने लगी है। चुनाव में अपने मत का प्रयोग करने की मंशा से हजारों ने बंगाल का रुख कर लिया है तो कई सौ बंगाली छुट्टी लेने को प्रार्थना पत्र देने की तैयारी में हैं।
बंगाल चुनाव को लेकर वैसे तो सियासी समझ रखने वाला हर वर्ग चर्चा कर रहा है, लेकिन बंगाली समाज में इसे लेकर खास हलचल है। गोरखपुर में रहने वाले 30 हजार से अधिक बंगाली चुनाव की हर गतिविधियों पर नजर जमाये हुए हैं। एनई रेलवे और अन्य विभागों में कार्यरत 1000 से अधिक लोग अपने-अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला भी करेंगे।
आठ चरणों में होने वाले बंगाल चुनाव में पहले फेज का चुनाव 27 मार्च को है। दो मई को परिणाम आएगा। इस चुनाव को लेकर गोरखपुर में रहने वाले करीब 30 हजार बंगाली समाज के लोगों की सक्रियता दिखने लगी है। हालांकि इनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोग भी हैं, जो स्थाई रूप से गोरखपुर के निवासी हो गए हैं। बावजूद इसके माटी का लगाव उन्हें इस चुनाव की ओर खींच रहा है।
एनई रेलवे के 1000 कर्मचारी हैं बंगाली
एनई रेलवे में करीब 1000 कर्मचारी पश्चिम बंगाल के हैं। कईयों ने वोट के लिए विभाग में अवकाश मांगने की तैयारी की है। इसी तरह गोरखपुर के विभिन्न साइट पर हजार से अधिक बंगाल के मजदूर काम करते हैं। इनमें से बड़ी संख्या में मजदूर लौट चुके हैं।
इन साइट्स पर काम हो रहा प्रभावित
मल्टीलेवल पार्किंग, एम्स, मानबेला में पत्रकारपुरम, खाद कारखाना में बड़ी संख्या में बंगाली मजदूर काम कर रहे थे हैं। लेकिन 45 दिन के एग्रीमेंट पर आने वाले मजदूरों में से अधिकांश ने बंगाल का रुख कर लिया है। अब यहाँ बमुश्किल 200 मजदूर ही काम कर रहे है। बताया जा यह है कि इनमें भी बंगाल जाकर मतदान करने की सुगबुगाहट देखी जा रही है।
ठेकेदार ने कहा
ठेकेदार दीपक सिंह का कहना है कि कोरोना काल में भी गोरखपुर की विभिन्न साइट पर 1000 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। आज की तारीख में 200 की संख्या में मजदूर नहीं है। जो मजदूर चले गए हैं, वे चुनाव बाद ही वापसी की बात कर रहे हैं। गोलघर की एक साइट पर काम कर मेदिनीपुर के सुरेश महतो का कहना है कि इस चुनाव में बंगाल में रोचक जंग है। अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देने के खातिर जाएंगे।