मुंबई। कुछ दिनों पहले दक्षिण मुंबई के एंटीलिया में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी एक स्कॉर्पियो कार मिली थी। महाराष्ट्र, एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) लगातार इसकी जांच में जुटी है। मुंबई पुलिस की टीम भी 2,000 से ज्यादा CCTV फुटेज के सहारे जांच को आगे बढ़ा रही है। इस बीच इस केस से जुड़ा एक नया CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें एक शख्स PPE किट पहनकर घटनास्थल के पास से गुजरता हुआ नजर आ रहा है।
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या पहचान छिपाने के लिए किसी शख्स ने जानबूझकर PPE किट पहनी थी। इससे पहले जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया था उसमें स्कॉर्पियो कार और एक इनोवा कार नजर आ रही है।
यह कार दो बार स्कॉर्पियो के पीछे नजर आ रही है। एक थ्योरी यह भी सामने आ रही है कि PPE किट पहनने वाला कार का ड्राइवर हो सकता है। अपनी पहचान छिपाने के लिए उसने इसका इस्तेमाल किया था। यह इनोवा दो बार मुंबई में स्कॉर्पियो के पीछे नजर आई थी।
मुंबई ATS को मिले इस CCTV फुटेज से बड़ा सुराग मिला है। सूत्रों के मुताबिक यह उसी इनोवा कार का ड्रायवर हो सकता है जो कम-से-कम दो बार एंटीलिया के आसपास देखी गई है। इस शख्स ने पहचान छुपाने के लिए PPE किट पहना हुआ है।
NIA भी कर रही है इस मामले की जांच
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़ें मिलने की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी कर रही है। इस मामले में महाराष्ट्र ATS भी जांच कर रही है। ऐसे में अब एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने आ गई हैं। स्कॉर्पियो मालिक मनसुख हीरेन की मौत के मामले में रविवार को महाराष्ट्र ATS ने एक FIR दर्ज की थी।
उद्धव ने बताया- मामला में कुछ गड़बड़ है
जांच में NIA की एंट्री पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि ATS मनसुख हीरेन की मौत के मामले की जांच कर रही है। सिस्टम सिर्फ एक आदमी के लिए नहीं है। पिछली सरकार में भी यही सिस्टम था। इसके बावजूद अगर केंद्र सरकार मामले को NIA को सौंपती है, तो इसका मतलब होगा कि कुछ गड़बड़ है। जब तक हम इसे उजागर नहीं करते, हम हार नहीं मानेंगे।
क्या है पूरा मामला
25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के पेडर रोड स्थित एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। 24 फरवरी की मध्य रात 1 बजे यह गाड़ी एंटीलिया के बाहर खड़ी की गई थी। दूसरे दिन गुरुवार को इस पर पुलिस की नजरें गईं और कार से 20 जिलेटिन की रॉड बरामद की गई थीं। 5 मार्च को इस स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव बरामद हुआ था। कुछ दिन पहले ही मनसुख ने इस गाड़ी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
अब तक की जांच में यह सामने आया
- विस्फोटक रखने वालों ने एक महीने तक एंटीलिया की रेकी की। इन लोगों ने कई बार मुकेश अंबानी के काफिले का पीछा भी किया।
- कार से 20 नंबर प्लेट मिली हैं। कई नंबर ऐसे हैं, जो मुकेश अंबानी के स्टाफ की कारों से मैच करते हैं। पुलिस के मुताबिक, नंबर प्लेट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुकेश अंबानी के काफिले का पीछा किया गया होगा, वरना कारों का नंबर मैच करना आसान नहीं है।
- एंटीलिया के सामने 2 गाड़ियां देखी गई थीं, जिसमें एक इनोवा भी शामिल है। ड्राइवर SUV को यहीं पर पार्क कर चला गया था।
- पुलिस को अंबानी के घर के सामने एक दुकान के CCTV फुटेज में अहम सुराग मिले हैं। फुटेज में SUV नजर आ रही है। इसमें एक संदिग्ध बैठा हुआ है और कुछ देर बाद वह पिछले दरवाजे से बाहर निकल जाता है। हालांकि, फेस मास्क की वजह से उसके चेहरे की पहचान नहीं हो पाई है।
- पुलिस उन सभी इलाकों के CCTV फुटेज हासिल कर रही है, जहां से यह कार गुजरी है। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस इस मामले में 2000 CCTV वीडियो फुटेज की जांच कर रही है।
- जो कार बरामद की गई है, वह मुंबई के विक्रोली इलाके से कुछ अरसा पहले चुराई गई थी। इसका चेसिस नंबर बिगाड़ दिया गया है, लेकिन पुलिस ने कार के असली मालिक की पहचान कर ली। ठाणे के रहने वाले मनसुख हीरेन इस कार के मालिक थे।
- कार से मिली जिलेटिन की छड़ें मिलिट्री ग्रेड की नहीं हैं, इनका कमर्शियल इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर ये मकान निर्माण और खुदाई के दौरान इस्तेमाल की जाती हैं।
- पुलिस के मुताबिक, हाल के दिनों में अंबानी परिवार के किसी सदस्य को धमकी भरी कॉल नहीं आई है और ना ही कोई खत दिया गया है।
- कार के मालिक मनसुख हिरेन का शव ठाणे की खाड़ी से बरामद हुआ था। उनके चेहरे पर 5 रुमाल बंधे हुए थे। जिसे संदिग्ध मान कर ATS ने इसमें हत्या का केस दर्ज किया है।
- एंटीलिया के बाहर जो संदिग्ध कार मिली है, उसमें एक चिट्ठी भी मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिट्ठी कम्प्यूटर से टाइप की गई है। जिस बैग में चिट्ठी मिली है, उस पर मुंबई इंडियंस लिखा है।