न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो
- क्या देश में बीफ एक्सपोर्ट बंद हो गया? सांसदों द्वारा कितने गांव आदर्श बने? नक्सलवाद क्या खत्म हो गया?
- साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी केन्द्र की मोदी सरकार में गंगा की सफाई, बुलेट, मेक इन इन्डिया, कश्मीरी पंडितों की घर वापसी जैसे वायदे लोगों के लिए अभी महज सपना भर-अबू आजमी
लखनऊ। आजमगढ़ का नाम बदले जाने पर अपने द्वारा दिये गये बयान पर एफआईआर दर्ज होने आक्रोशित दिख रहे महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर हमले किए और कई मुद्दों पर घेराव किया। उन्होने अपने बयान पर अटल रहने के इशारे देते हुए उत्तर प्रदेश की पुलिस को उन्हे गिरफ्तार करने की चुनौती दी।
’’न्यूज 7 एक्सप्रेस’’ के ब्यूरो चीफ संदेश तलवार से एक्सक्लूसिव वार्ता में उन्होने कहा कि आजमगढ़ छोड़ने से पहले वहां कई घंटों तक पुलिस की नाक के नीचे रहे लेकिन किसी में उन्हे गिरफ्तार करने की हिम्मत नही की क्योंकि वह सही थे। उन्होने योगी सरकार पर पुराने शहरों का नाम बदले जाने को राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि बीजेपी अपने इस कदम से हिन्दू व मुसलमान वोटों को पोलराईजेशन करने की कोशिश कर रही है। उन्होने मोदी हुकूमत पर निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं के पास नौकरी नही है साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी केन्द्र की मोदी सरकार में गंगा की सफाई, बुलेट, मेक इन इन्डिया, कश्मीरी पंडितों की घर वापसी जैसे वायदे लोगों के लिए अभी महज सपना भर है।
उन्होने मोदी सरकार पर हमला करते हुए बीजेपी नेताओं पर तंज किया कि क्या देश में बीफ एक्सपोर्ट बंद हो गया? सांसदों द्वारा कितने गांव आदर्श बने? नक्सलवाद क्या खत्म हो गया? उन्होने कहा कि बीजेपी ने विकास का झूठ बोला था और 2019 में होने वाले लोकसभा के आम चुनावों में बीजेपी की हालत धोबी के उस जानवर की तरह हो गयी है जो घर का न घाट का होता है।
अब आसिम ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ पर दिये गये अपने पिछले बयान को दोहराते हुए कहा कि भारतीय संविधान ने उन्हे सच बोलने की आजादी दी है और इसे कोई उनसे छीन नही सकता।
अपना बयान एक बार फिर दोहराते हुए सपा के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने कहा कि आजमगढ़ को आजम शाह ने बसाया था न कि किसी के बाप ने। उन्होने कहा कि किसी के भय से उन्होने आजमगढ़ नही छोड़ा बल्कि उनकी फ्लाइट टिकट पहले से बुक थी। वह एफआईआर दर्ज होने के कई घंटे बाद निकले और इस दौरान उन्होने बीनापार में एक शादी के प्रोग्राम में शामिल हुए और उसके बाद वह पुश्तैनी स्कूल भी गये और फिर अपने दोस्त के घर पर नाश्ता किया।
उन्होने यह भी स्वीकार किया कि वह वहां ज्यादा देर तक ठहरते तो मुमकिना तौर पर भाजपा अपने मंसूबे में सफल हो सकती थी। क्योंकि माइनाटिरीज के लोग मेरे मामले को उठाकर हंगामा कर सकते थे। उन्होने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिस आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग वह लोग कर रहे है उससे पूरा देश शर्मसार हो रहा है। इस बाबत उन्होने सोनिया को जर्सी गाय और राहुल को हाइब्रिड बछड़ा, जवाहर लाल नेहरू, इन्दिरा व सोनिया गांधी को डकैत व डकैतन जैसे आपत्तिजनक संज्ञा देने का हवाला दिया।
उन्होने इस दौरान साध्वी के अयोध्या में राम मंदिर से संबन्धित बयान विनय के ताज महल पर बयान व वी.के सिंह के बयानों का भी हवाला देते हुए उन्हे उनकी जबान के लिए कटघरे में खड़ा कर दिया। गौरतलब है कि वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता अबू आसिम आजमी के आजमगढ़ के नाम बदले जाने पर दिये गये भाषण पर जिले के सराय मीर थाने में उनके विरूद्व धारा 153 क व 506 में एफआईआर दर्ज हुई है। यह एफआईआर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष हनुमंत सिंह के प्रार्थनापत्र पर दर्ज हुई है।