हिंदी सिनेमा की अदाकारा सोनम कपूर के दिल्ली आवास पर चोरी सिर्फ एक दिन में नहीं हुई, बल्कि 10-11 महीनों में चोरों ने धीरे-धीरे कीमती सामान को चुराया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “आरोपी नर्स को जब-जब मौका मिला उसने 10-11 महीने के अंतराल में गहने और नकदी चोरी कर लिए।”
दिल्ली में अमृता शेरगिल मार्ग स्थित हरीश आहूजा के आवास पर चोरी को लेकर दो महीने पहले 23 फरवरी को शिकायत दर्ज की गई थी। गौरतलब है कि हरीश आहूजा सोनम के ससुर हैं।
शिकायतकर्ता ने 11 फरवरी को डकैती देखी थी, हालांकि, 12 दिन बाद 23 फरवरी को घटना की सूचना दी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 381 के तहत प्राथमिकी दर्ज की। तुगलक रोड थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
मामले की जांच नई दिल्ली जिले के स्पेशल स्टाफ और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है।
अभिनेता के आवास पर चोरी की खबर 9 अप्रैल को फैल गई, जिससे पुलिस पर तत्काल परिणाम देने का दबाव बढ़ गया। चार दिन बाद, 13 अप्रैल को, पुलिस ने कथित 2.4 करोड़ रुपये की चोरी के आरोप में एक दंपति, एक नर्स और उसके पति को गिरफ्तार किया।
अपर्णा रूथ विल्सन (30) के रूप में पहचानी गई आरोपी नर्स दिल्ली में अमृता शेरगिल मार्ग स्थित कपूर के आवास पर होम मेडिकल केयर असिस्टेंट के रूप में काम कर रही थी और सोनम के पति आनंद आहूजा की मां की देखभाल कर रही थी। चोरी का सामान बेचने वाली आरोपी महिला के पति की पहचान नरेश कुमार सागर के रूप में हुई है।
आरोपी दोनों से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
पहली लूट एक दिन में नहीं हुई। मार्च 2021 से आरोपी महिला नर्स के तौर पर पीड़िता के घर आ रही थी। अधिकारी ने बताया कि इसी दौरान उसने देखा कि एक अलमारी में आभूषण और नकदी थी।
एक दिन, जब आरोपी महिला आनंद आहूजा की मां को व्हील चेयर पर अलमारी में ले गई, तो उसने पाया कि उसमें करोड़ों के गहने और नकदी थी। उसने अपने पति को इसके बारे में बताया और दोनों ने इसे चुराने की साजिश रची। पुलिस अधिकारी ने कहा, “नरेश ने उसे समय-समय पर आभूषण चोरी करने के लिए कहा ताकि उस पर आसानी से ध्यान न दिया जा सके। योजना के अनुसार, वह रात में जेवरात चुराती थी।”
लेकिन जैसा कि एक लोकप्रिय टीवी सीरीज में कहा जाता है- ‘रात अंधेरी और आतंक से भरी है’। रात में चोरी करना भी आसान नहीं था क्योंकि आभूषण वाली अलमारी पीड़िता से दूर नहीं थी।
आरोपी ने ‘शामक’ की मदद से समस्या का समाधान किया। आरोपी महिला रात में पीड़िता को नशीला पदार्थ देती थी ताकि वह न उठे और इस बीच वह नकदी चुरा ले सके।
आभूषण चोरी करने के बाद अपर्णा रूथ विल्सन उसे उसके पति को सौंप देती थी, जो उसे शहर के विभिन्न ज्वैलर्स को बेच देता था।
धीरे-धीरे आरोपी पति-पत्नी की जिंदगी बदलने लगी। उन्होंने अपने कर्ज, माता-पिता के चिकित्सा खर्च का भुगतान किया और चोरी के पैसे से एक सेकेंड हैंड आई-10 कार भी खरीदी।
इस बीच मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद आरोपी जौहरी को भी दबोच लिया गया। पुलिस ने अब तक 100 हीरे के टुकड़े, छह सोने की चेन, छह हीरे की चूड़ियां, एक हीरे का ब्रेसलेट, दो टॉप (कान की बाली), एक पीतल का सिक्का और एक आई-10 कार बरामद की है।