यूपीएमआरसीएल के प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव ने शुक्रवार को बताया कि हर लॉकडाउन के समाप्त होने से पहले मेट्रो ट्रेन के संचालन की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाती हैं। ताकि सरकार का निर्देश मिलने पर तुरन्त मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जा सके।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि यदि लॉकडाउन के बाद लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू होता है तो कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सभी 21 स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या सीमित रखने, काउंटरों पर भीड़ कम करने के साथ सेनेटाइजर के उपयोग पर पूरा जोर दिया जायेगा। इसके अलावा लखनऊ के मेट्रो स्टेशनों पर तभी प्रवेश दिया जायेगा, जब उनकी थर्मल स्कैनिंग हो जायेगी। बुखार होने पर किसी भी यात्रियों को सफर की इजाजत नहीं दी जायेगी। मेट्रो के सभी स्टेशनों पर हर दो घण्टे में साफ सफाई करायी जायेगी और ट्रेनों को बीच-बीच में सेनेटाइज कराया जायेगा।
उन्होंने बताया कि चार कोच की मेट्रो ट्रेन में सामान्य दिनों में करीब 1,000 यात्री आराम से सफर करते हैं। लेकिन, कोरोना के बचाव को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन में भी अच्छी संख्या में यात्री सफर कर सकेंगे। फिलहाल ट्रायल के तौर पर लखनऊ में प्रतिदिन खाली मेट्रो ट्रेन चक्कर लगा रही है।
गौरतलब है कि गत 22 मार्च से मेट्रो ट्रेन का संचालन लखनऊ में बन्द है। सामान्य दिनों में लखनऊ में मेट्रो ट्रेन 23 किलोमीटर वाले रूट पर प्रतिदिन करीब 353 चक्कर लगाती है। इससे करीब 70,000 यात्री सफर करते थे। अब लॉकडाउन में मेट्रो ट्रेन का संचालन बन्द है। इसलिए यूपीएमआरसीएल को भारी नुकसान हो रहा है।