एलन मस्क के एक बयान के बाद बदल रहा है सरकार का मूड

नई दिल्ली। काफी समय से बातें हो रही हैं कि जल्द ही इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला भारत में भी गाड़ियां बनाना शुरू कर सकती है। हाल ही में एलन मस्क ने कहा है कि भारत में इंपोर्ट ड्यूटी दुनिया में सबसे अधिक है। इससे इस बात का इशारा मिल रहा है कि इसी वजह से टेस्ला को देश में आने में देरी हो रही है।

इसी बीच सरकार के कुछ अधिकारियों ने बताया है कि अगर टेस्ला भारत में गाड़ियां मैन्युफैक्चर करती है तो सरकार इंपोर्ट ड्यूटी घटा सकती है और साथ ही कुछ और इंसेंटिव भी दे सकती है।

टेस्ला ने भारत सरकार से उसकी कारों पर कस्टम ड्यूटी घटाने की गुहार लगाई थी। टेस्ला ने कहा था कि उसे एक लग्जरी कार निर्माता कंपनी के तौर पर ना देखा जाए, बल्कि एक इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी की तरह देखा जाए। अधिकारियों के अनुसार अगर टेस्ला भारत में अपनी यूनिट लगाती है तो सरकार उसकी मांगों पर विचार कर सकती है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि जो भी फैसला होगा वह सेक्टर के लिए होगा, ना कि किसी एक कंपनी के लिए।

मोदी सरकार का इलेक्ट्रिक व्हीकल और क्लीन एनर्जी पर तगड़ा फोकस है। इसी के चलते तमाम ऑटोमोबाइल कंपनियों को बहुत सारे इंसेंटिव दिए जा रहे हैं। सरकार बड़ी ग्लोबल कंपनियों के साथ भी संपर्क में है और देश में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए बात कर रही है। इसी के चलते सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर लगने वाले जीएसटी को पहले ही 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।

वहीं चार्जर और चार्जिंग स्टेशन पर लगने वाली जीएसटी को भी 18 फीसदीelon musk on import duty, import duty in india, tesla car manufacturing unit in india, tesla electric cars in india, make in india, tesla make in india, इंपोर्ट ड्यूटी पर एलन मस्क, भारत में इंपोर्ट ड्यूटी, भारत में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारसे घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।

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