नई दिल्ली। चीन ने भारत में चीनी पृष्ठभूमि वाली मोबाइल एप्लीकेशंस पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ को देखते हुए लगाए गए प्रतिबंध पर चिंता जाहिर करते हुए विरोध दर्ज कराया है। चीन का कहना है कि यह विश्व व्यापार संगठन के सभी को खुले व निष्पक्ष व्यापारी महौल मुहैया कराने के नियम के खिलाफ है और उसे इसे वापिस लेना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय इलेक्ट्रोनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने बुधवार को 118 नई एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसमें काफी ख्यातिप्राप्त मोबाइल गेम ‘पब्जी’ भी थी। एक प्रश्न के उत्तर में गुरुवार को चीन के भारत में दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि चीनी सरकार हमेशा देश से बाहर काम करने वाली उनकी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानून का पालन करवाती है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार का यह फैसला चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाता है और साथ ही भारत में निवेश के माहौल को बिगाड़ता है। इस तरह के प्रतिबंध किसी देश के विकास के लिए लाभकारी नहीं हो सकते।
वक्तव्य में आगे कहा गया है कि चीन और भारत एक दूसरे के लिए रणनीतिक खतरा नहीं है बल्कि विकास के अवसर हैं। भारत और चीन के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध दोनों देशों के साझा हितों और लाभ के लिए है। चीन आशा करता है कि भारत उसके साथ सहयोग और विकास के लाभकारी रास्ते पर दोबारा लौटेगा।