कन्हैयालाल के हत्यारे का BJP से लिंक? पार्टी ने बताया क्या है वायरल तस्वीरों का सच

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई ने शनिवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक पार्टी का सदस्य था। दरअसल, कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि उदयपुर में एक दर्जी की निर्मम हत्या के दो आरोपियों में से एक भाजपा का सदस्य है।

इसपर राजस्थान भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सादिक खान ने कहा, प्रमुख सादिक खान ने कहा, हमारा किसी भी आरोपी से कोई संबंध नहीं है। ऐसी जघन्य हत्या राजस्थान में कांग्रेस सरकार की विफलता है।’

उन्होंने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और पार्टी के किसी नेता के साथ फोटो खिंचवाने का काम कोई भी कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘राज्य कार्य समिति के सदस्य इरशाद की तस्वीर रियाज के साथ तब क्लिक की गई थी जब रियाज हज या उमरा से लौटे थे। वे दोनों एक-दूसरे को जानते हैं। आरोपों पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा की छवि खराब करने की कोशिश और साजिश है।

सादिक ने कहा, ‘वह रेकी के इरादे से पार्टी के किसी कार्यक्रम में जाता होगा और स्थानीय नेताओं के साथ फोटो क्लिक करवा सकता था। चूंकि फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नेताओं या मशहूर हस्तियों के साथ फोटो अपलोड करना एक सामान्य चलन है, इसलिए उन्होंने फोटो भी अपलोड किया होगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आरोपी बीजेपी का सदस्य था। खान ने कहा कि यह घटना राज्य सरकार की नाकामी है क्योंकि स्पष्ट धमकी के बावजूद कन्हैयालाल को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।

बता दें कि कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने यह सवाल भी किया कि क्या एक आरोपी के ‘भाजपा का सदस्य’ होने के कारण ही केंद्र सरकार ने आनन-फानन में इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का फैसला किया? उधर, कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी के इसी तरह के आरोप को खारिज करते हुए भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह ‘फर्जी खबर’ है।

खेड़ा ने कहा, ”राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले की जांच एनआईए को हस्तांतरित किए जाने का स्वागत किया है, लेकिन नए तथ्य सामने आने पर यह सवाल उठ रहा है कि क्या केंद्र की भाजपा सरकार ने इन्हीं कारणों से इस घटना की जांच को जल्दबाजी में एनआईए को सौंपने का फैसला किया है?”

उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए कहा, ”भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के दो नेताओं ने फेसबुक पोस्ट में कहा है कि उदयपुर की घटना का एक आरोपी रियाजी अटारी भाजपा का कार्यकर्ता है। रियाज अटारी भाजपा के नेता गुलाब चंद्र कटारिया के कार्यक्रमों में लगातार शामिल होता आया है। उदयपुर के स्थानीय नेता अपने फेसबुक पोस्ट में उसे ‘हमारे कार्यकर्ता रियाज भाई’ कहकर संबोधित करते हैं।

इस पर अमित मालवीय ने कहा, ”मैं हैरान नहीं हूं कि आप फर्जी खबर फैला रही हैं। उदयपुर की घटना से जुड़े हत्यारे भाजपा के सदस्य नहीं थे। उन्होंने उसी तरह से भाजपा में घुसपैठ करने की कोशिश की, जैसे लिट्टे के हत्यारों ने राजीव गांधी की हत्या के लिए कांग्रेस में शामिल होने का प्रयास किया था।” मालवीय ने कहा, ”कांग्रेस को आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर लोगों को मूर्ख बनाना बंद करना चाहिए।”

गौरतलब है कि उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल के एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर ग्राहक बनकर आए दो लोगों-रियाज अटारी और गौस मोहम्मद ने मंगलवार को उसकी दुकान में चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी।

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