नई दिल्ली। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने खुलासा किया है कि वह अपने करियर की शुरुआत में बल्लेबाज बनना चाहते थे। अगरकर ने कहा, “वास्तव में, मैं एक बल्लेबाज बनना चाहता था। स्कूल के दौरान मैं काफी रन बनाता था, सचिन और मेरे कोच भी एक ही थे रमाकांत आचरेकर। उन्होंने मेरे अंदर कुछ देखा था।”
आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर अगरकर ने कहा “सचिन तेंदुलकर तब उनकी कोचिंग से निकला बड़ा नाम थे। प्रवीण आमरे और अन्य कई सचिन से पहले अच्छा कर चुके थे। उनकी एकेडमी से कई लोग आते थे।”
अगरकर ने कहा, “मैं शुरुआत में अच्छे रन बनाता था तो लोगों को लगता था कि मैं अगला सचिन तेंदुलकर बन सकता हूं। अब जब 16 की उम्र में आप अच्छा खेले तो आईपीएल खेलने को मिल जाता है, लेकिन तब यह राष्ट्रीय टीम में पहुंचने की तय सीढ़ियां होती थी। मैं रन बनाता था तो यह संदेश गया कि मुंबई से एक और खिलाड़ी आने वाला है। मगर उस उम्र में आप सिर्फ प्रगति के बारे में सोचते हैं।”
सचिन से मिले ग्लब्स और पैड के बारे में बात करते हुए अगरकर ने कहा कि सचिन ने उन्हें ये चीजें गिफ्ट तो की, लेकिन उन्होंने कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया। अगरकर ने कहा “सचिन ने मुझे ग्लव्स दिए थे। हम एक ही स्कूल में थे और उसे लगा कि कोई अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो मुझे ग्लव्स दिए। मैं तब उन्हें ज्यादा नहीं जानता था। मैंने उनके पैड उपयोग नहीं किए, शायद अगर मैं उसका इस्तेमाल करता तो बेहतर बल्लेबाज बन पाता।”
उल्लेखनीय है कि अगरकर भारत के सफल गेंदबाजों में से एक थे, लेकिन अभी भी उनके नाम बल्लेबाजी में एक ऐसा रिकॉर्ड है जो सचिन भी अपने पूरे करियर के दौरान नहीं बना पाएं। ये रिकॉर्ड है लॉर्ड्स के मैदान पर शतक लगाने का। भारत की ओर से अगरकर के अलावा गुंडप्पा विश्वनाथ, राहुल द्रविड़, दिलीप वेंगसरकर, अजिंक्य रहाणे और रवि शास्त्री ही ये कारनामा कर पाएं हैं।