नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के प्रस्ताव को ठुकराने के कुछ दिनों बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने कहा कि कांग्रेस अपने दम पर पुनरुद्धार करने में सक्षम है। उन्हें किसी पीके की जरूरत नहीं क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास कई कद्दावर नेता हैं जो उन्हें पटरी पर ला सकते हैं। पीके ने कहा ”उन्होंने कभी भी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई सवाल या सुझाव नहीं दिए। साल 2004 के बाद से देखें तो यह बार है जब कांग्रेस पार्टी इतने बड़े स्तर पर चर्चा कर रही है।”
आजतक चैनल से एक्सक्लूसिव बातचीत में पीके ने कहा, “कांग्रेस नेतृत्व और मैं पार्टी की भविष्य की योजना के संबंध में कई बातों पर सहमत हुए हैं। लेकिन वे इसे अपने दम पर कर सकते हैं, उन्हें मेरी जरूरत नहीं है। उन्होंने पेशकश की और मैंने कहा नहीं।” पीके कहा, “मैं उन्हें जो बताना चाहता था, मैंने कहा। 2004 के बाद पहली बार पार्टी ने अपने भविष्य पर इस तरह से संरचित तरीके से चर्चा की है।”
राहुल और प्रियंका पर हुई बातें अफवाह
इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच बातचीत विफल होने के बाद यह जानकारी सामने आई थी कि पीके प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी प्रमुख बनाने के समर्थन में थे लेकिन पीके ने कहा कि यह बातें सिर्फ अफवाह हैं। इस संबंध में उनकी कोई बात नहीं हुई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बयान का हवाला देते हुए पीके के कहा कि चिदंबरम जी खुद कह चुके हैं कि नेतृत्व परिवर्तन पर पीके के साथ कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उनके दोस्त हैं. “राहुल गांधी की स्थिति तय करने वाला मैं कौन होता हूं?”