नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देशभर में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने की तैयारी में है। काग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल होने को लेकर पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बातचीत की है, जिसमें ज्यादातर नेताओं का मानना है कि प्रशांत किशोर के आने से पार्टी को फायदा होगा। इतनी ही नहीं पार्टी फिलहाल 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रशांत किशोर की ओर से बताई गई योजना पर भी विचार-विमर्श कर रही है।
इसे लेकर पार्टी समिति स्तर की कई मीटिंग कर चुकी है। इन बैठकों में कई बड़े नेता मौजूद रहे हैं। बताया गया है कि प्रशांत किशोर ने पार्टी के प्रदर्शन को लेकर कई सुझाव दिए हैं जिन पर चर्चा जारी है।
गांधी परिवार को सौंपा ब्लू प्रिंट
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि हाल ही में गांधी परिवार के साथ हुई मुलाकात में किशोर ने उन्हें एक ब्लू प्रिंट दिया था। हालांकि कांग्रेस के नेता इसको लेकर पार्टी की योजना पर अभी कुछ भी नहीं कह रहे हैं। एक नेता ने इस पर कहा है कि पार्टी इन प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने 22 जुलाई को यह बैठक बुलाई थी, जिसका मुख्य एजेंडा प्रशांति किशोर के पार्टी नें शामिल होने पर उन्हें दी जाने वाली भूमिका और इससे पार्टी को होने वाले फायदे और नुकसान पर चर्चा करना था। इस मीटिंग में प्रशांत किशोर के दिए ब्लू प्रिंट को लेकर भी चर्चा हुई।
कांग्रेस पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए सुझाव
इन बैठकों में शामिल हुए एक नेता ने कहा है कि प्रशांति किशोर चुनावी रणनीति में शामिल होना चाहते हैं और इस के साथ-साथ वह प्रबंधन और गठबंधन में भी सक्रिय रूप से शामिल होना चाहते हैं। एक अन्य नेता ने कहा, “कांग्रेस और हर चीज को कैसे पुनर्जीवित किया जाए, इस पर यह एक बड़ी सूची है। और फिर किशोर औपचारिक रूप से पार्टी में आना चाहते हैं… इस पर चर्चा चल रही है कि इसे कैसे आगे बढ़ाया जाए।”
सूत्रों ने कहा कि किशोर ने सभी निर्णय लेने के लिए एक अधिकार प्राप्त समूह बनाने का सुझाव दिया है। यह समूह सभी फैसले लेगा. इसके साथ ही राज्य और जिला समितियों को मजबूत करने का सुझाव दिया है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रस्तावों को लेकर कांग्रेस पार्टी कई बार मीटिंग कर चुकी हैं।
बैठकों में ये बड़े नेता रहे मौजूद
ऐसा बताया गया है कि एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता एके एंटनी इन बैठकों का समन्वय कर रहे थे. ये नेता ऐसी कम-से-कम तीन बैठकों में उपस्थित रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इनमें से पहली बैठक में वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और एआईसीसी महासचिव (प्रशासन) पवन कुमार बंसल ने भाग लिया था।
दूसरी बैठक में राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, एआईसीसी महासचिव हरीश रावत, कमलनाथ, रघुवीर मीणा और अंबिका सोनी थे। तीसरी बैठक में प्रियंका, दिग्विजय सिंह, तारिक अनवर और जयराम रमेश ने भाग लिया था।
बंगाल चुनाव के बाद की थी रणनीतिकार के पद को छोड़ने की घोषणा
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह अपनी इस भूमिका का त्याग कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह अब कुछ बड़ा करने का समय है। संभवना जताई जा रही है कि वह अब सक्रिय रूप से राजनीति में आ सकते हैं।