कांग्रेस UP के 2 करोड़ लोगों का नशा छुड़वाएगी। IPL के लिए UP से क्रिकेटर ढूंढ़ेगी, ओलिंपिंक के लिए तीरंदाज। स्टार्टअप्स और बिजनेस के लिए लोन देगी। वकीलों को वजीफा भी देगी और UP के हर यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ बहाल करा देगी। ये वादे प्रियंका ने 20 लाख नौकरी देने के अलावा किए हैं। क्या ये वादे उन राज्यों में पूरे हो रहे हैं, जहां पहले से कांग्रेस की सरकारे हैं? आइए, प्रियंका के उस 10 पन्ने के यूथ मेनिफेस्टो को करीब से देखते हैं।
नशा मुक्तिः UP के 1 करोड़ 60 लोगों की शराब छुड़ाएंगे
प्रियंका ने दिक्कत बताईः उन्होंने AIIMS की रिपोर्ट बताई। UP में नशीली दवाओं और शराब का दुरुपयोग भयानक तरह से बढ़ा है। यहां 1 करोड़ 60 लाख लोगों को शराब की लत है। भांग-गांजा पीने वाले भी 28 लाख हैं। हेरोइन और अफीम खाने वाले 11 लाख। इन्हें मदद की जरूरत है।
कांग्रेस आई तो क्या करेगीः सुपर स्पेशलिटी इंस्टीट्यूट स्थापित करेगी। इसमें विशेषज्ञों की टीम मौजूद रहेगी। युवाओं से ये सब गंदी आंदतें छुड़ाएगी। साथ में ये भी बताएगी कि डिप्रेशन से कैसे बचा जाए।
कहने-सुनने में तो ठीक लग रहा है, मगरः जिस AIIMS की रिपोर्ट का प्रियंका हवाला दे रही थीं, उसी AIIMS ने पंजाब में 2015 में स्टडी की थी। कहा था- देश में सबसे ज्यादा नशाखोरी पंजाब में है। यहां की 28.5% जनता शराब या किसी न किसी तरह के नशे की आदी है।
देश का औसत 14.6% है, यानी दूसरे राज्यों की तुलना में पंजाब दोगुने पर खड़ा है। पांच साल से वहां इन्हीं की सरकार है। 2019 की स्टडी में भी यही हाल थे। अब प्रियंका UP वालों से नशा छुड़ाने का वादा कर रही हैं।
2. स्टार्टअप और बिजनेस लोन: 5 हजार करोड़ रुपए का ‘सीड स्टार्टअप फंड’
प्रियंका ने दिक्कत बताईः प्रदेश के युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। उनके पास अपने बिजनेस शुरू करने के पैसे भी नहीं है।
कांग्रेस आई तो क्या करेगीः प्रियंका ने कहा, “स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 5 हजार करोड़ रुपए का ‘सीड स्टार्टअप फंड’ स्थापित किया जायेगा। 30 साल से कम उम्र के उद्यमियों को प्राथमिकता दी जाएगी।”
यही नहीं, निषाद, राजभर, मल्लाह, नोनिया, कुम्हार, बुनकर और मछुआरा जैसे अति पिछड़े समुदायों के युवाओं को 5 लाख का बिजनेस लोन मात्र 1% ब्याज दर पर दिया जाएगा।
कहने-सुनने में तो ठीक लग रहा है, मगरः राजस्थान और पंजाब में कांग्रेस की सरकार हैं। ऐसी किसी नई योजना की शुरुआत उन्होंने तो नहीं की हैं। हां, पहले से जो लोन योजनाएं चल रही हैं, उन्हें बरकरार रखा है।
वैसे, छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना 2022 अभी शुरू होने जा रही है। उसके फॉर्म्स 4 दिन पहले से भरे जाने शुरू हुए हैं। जून में ये लोन मिलने लगेगा। इसमें 25 लाख तक का लोन मिलेगा। छत्तीसगढ़ में 3 साल से कांग्रेस की सरकार है। हो सकता है प्रियंका का वादा इसी से प्रेरित हो।
3. छात्रसंघ चुनाव बहालीः UP के हर यूनिवर्सिटी-कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव कराएंगे
प्रियंका ने दिक्कत बताईः UP के डिग्री कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे। छात्रों को राजनीति में हमेशा अच्छी पैठ रही है। इसे सुधारना है।
कांग्रेस आई तो क्या करेगीः सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ के चुनाव नियमित रूप से होंगे। प्रदेश में कुल 6 केंद्रीय विश्वविद्यालय और 30 स्टेट यूनिवर्सिटीज हैं।
प्रियंका की ये बात दुरुस्त हैः पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में छात्रसंघ चुनाव बहाल हैं। हालांकि, बीते 2 सालों से कहीं भी छात्रसंघ चुनाव नहीं हो पाए हैं। पर इसकी वजह कोरोना है। कांग्रेस ने उत्तराखंड में भी छात्रसंघ चुनावों के बहाली का झंडा बुलंद किया है।
4. शिक्षा बजट: युवा वकीलों को वजीफा देंगे, पूरा बजट बढ़ा देंगे
प्रियंका ने दिक्कत बताईः 2021-22 का शिक्षा बजट बेहद कम था। ये कुल बजट का सिर्फ 13% था। इसे बढ़ाना चाहिए।
कांग्रेस आई तो क्या करेगीः शिक्षा बजट को 13% से ज्यादा रखेगी। सभी विद्यालयों और जिला स्तरीय कॉलेजों में प्रैक्टिकल लैब, लाइब्रेरी, हॉस्टल, स्पोर्ट्स ग्राउंड और मेस को अपग्रेड कराएगी।
यूनिवर्सिटीज और सभी जिला लेवल कॉलेजों को फ्री वाई-फाई देगी। कुछ खास विश्वविद्यालयों को प्रौद्योगिकी लैब, वर्चुअल लर्निंग स्पेस और ई-लाइब्रेरी बनवाएगी।
3 साल की सहायता योजना शुरू करेगी। इसमें युवा वकीलों को योग्यता अनुसार वजीफा मिलेगा। इलाहाबाद और लखनऊ के हाईकोर्ट कैंपस के आस-पास लाइब्रेरी और ठहरने का इंतजाम कराएगी।
प्रियंका की ये बात दुरुस्त है, मगरः राजस्थान और छत्तीगढ़ में। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने 2021-22 में 19.1% और छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने 19% बजट शिक्षा के लिए दिया था। पंजाब ने तो 2021-22 के लिए सिर्फ 11.6% ही शिक्षा के लिए रखा था। UP से वादे के साथ प्रियंका को अपनी पार्टी की सरकार वाली राज्य में इसे पालन कराना चाहिए। देश का औसत 15.6% का है।
5. खेल: UP की 403वीं विधानसभा तक के युवाओं को ओलंपिक के लायक बनाएंगे
प्रियंका ने दिक्कत बताईः UP के युवाओं को खेल के लिए उचित व्यवस्था नहीं मिल रही, जबकि यहां टैलेंट भरे पड़े हैं। सोनभद्र की दुद्धी यानी 403वीं विधानसभा तक में तीरंदाजी का क्रेज देखने को मिलता है, पश्चिमी UP में कुश्ती और बास्केटबॉल आदि खेलों का प्रचलन है। इन्हें मदद की जरूत है।
कांग्रेस आई तो क्या करेगीः प्रदेश में क्रिकेट के विकास के लिए विश्वस्तरीय एकेडमी बनाएगी। हर साल अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट होंगे। अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को IPL और दूसरे बड़े टूर्नामेंट में भेजने की कोशिश की जाएगी।
कहने-सुनने में तो ठीक लग रहा है, मगरः राजस्थान की टीम के IPL में होने के बाद टूर्नामेंट में गिने-चुने राजस्थानी खिलाड़ी नजर आते हैं। छत्तीसगढ़ से भी कोई खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में ज्यादा पॉपुलर नहीं है। पिछले साल ओलिंपिक के लिए 128 खिलाड़ी टोक्यो गए थे। इनमें से सिर्फ 4 राजस्थान से थे। छत्तीसगढ़ से एक भी खिलाड़ी नहीं था। हां, पंजाब के 19 खिलाड़ी थे, लेकिन पहले पंजाब से ही 30-30 खिलाड़ी तक जाते रहे हैं।
प्रियंका ने भर्ती विधान को 7 करोड़ युवाओं का दस्तावेज बताया है, देखते हैं क्या होता है
अपना यूथ मेनिफेस्टो जारी करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश के 7 करोड़ युवाओं की आकांक्षाओं का दस्तावेज है। राहुल गांधी ने दावा किया है कि पिछले 5 सालों में UP में 16 लाख लोगों ने रोजगार खोया है। हर 24 घंटे में UP के 880 युवा अपना रोजगार खोते हैं। UP के युवाओं की सबसे बड़ी समस्या भर्ती और उसकी प्रक्रिया में आने वाली समस्याएं हैं।