लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ पार्टी के के महासचिव अंकित परिहार ने भी इस्तीफ़ा दिया है। दोनों के इस्तीफे के बाद सियासी माहौल में चहलकदमी बढ़ गयी है।
बताया जा रहा है कि अन्नू टंडन ने पार्टी में लगातार हो रही उपेक्षा का आरोप लगाया है। ये भी कहा जा रहा है कि वे समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकती हैं। इनके साथ ही उनके समर्थकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी अन्नू टंडन ने ट्वीट कर दी है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आज उन्होंने पार्ट्री अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने पत्र के मुख्य बिन्दुओं को भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि प्रदेश नेतृत्व में तालमेल सही नहीं होने की वजह से कई महीनों से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।
उनका आरोप है कि प्रदेश नेतृत्व मीडिया मैनेजमेंट और खुद की ब्रांडिंग में इतना लीन है कि उसे बिखरते मतदाताओं की कोई फ़िक्र नहीं है। आखिर में उन्होंने कहा है कि भविष्य की राजनीति में वह किस राह पर चलेंगी इस बारे में फैसला सहयोगियों और कार्यकर्ताओं के परामर्श के बाद ही लूंगी।
अन्नू टंडन के इस्तीफे को लेकर जानकारों का कहना है कि यूपी में होने वाले बांगरमऊ सीट उपचुनाव पर इस इस्तीफे का असर साफ़- साफ़ पड़ेगा, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने जो उम्मीदवार खड़ा किया है उसके समर्थन में भी स्थानीय नेता प्रचार करने नहीं पहुंच रहे हैं। बता दें की कांग्रेस ने यहां से उपचुनाव के लिए आरती बाजपेयी को उम्मीदवार घोषित किया है।