कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से लैब टेक्नीशियन के अपहरण के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि यूपी की भाजपा सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है।
कानपुर के बर्रा में रहने वाली अपर्णा यादव, पति, बेटी और बेटे संचित यादव के साथ रहती हैं। संचित एक लैब में टेक्नीशियन हैं। बीते 22 जून को संचित लैब से वापस लौट रहे थे, तभी उन्हें किडनैप कर लिया गया। परिवार ने बर्रा थाने में संचित यादव की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। कुछ दिनों बाद किडनैपर्स ने परिवार से 30 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। पीड़ित परिवार ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
जमा-पूंजी बेचकर इकट्ठा किए 30 लाख रुपए
संचित के परिवार ने घर बेचकर और बेटी रुचि की शादी के लिए जमा की पूंजी और जेवर बेचकर 30 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। किडनैपर्स की बताई गई जगह पर परिवार ने रुपयों से भरा बैग रख दिया। इसके बाद अपहरणकर्ता रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पुलिस पीड़ित परिवार के बेटे भी को नहीं छुड़ा पाई।
एसपी ने खारिज किए परिवार के आरोप
एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता के मुताबिक, मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है। हमने इसमें काफी सबूत जुटाए हैं। जिस तरह के परिवार आरोप लगा रहा है, वे गलत हैं। पुलिस पूरी मेहनत कर रही है। पीड़ित परिवार मानसिक रूप से परेशान है, मेरी उनके साथ पूरी सहानुभूति है।