सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान उसका मोबाइल फोन बरामद किया है, जिससे पता चला है कि उसका फोन दुबे के घर में लगे सीसीटीवी से जुड़ा था।
पुलिस जांच टीम के सदस्य ने बताया, “जाहिर तौर पर फोन के जरिए ऋचा ने घर और वहां की गतिविधियों पर नजर रखी। शायद उसने फुटेज को डिलीट करने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल किया होगा। इससे पहले, 2017 में, जब एसटीएफ द्वारा विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया था, तब भी उसने अपने पति को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर फुटेज डाले थे क्योंकि उसे लगा था कि उसके पति का एनकाउंटर कर दिया जाएगा।”
पुलिस ने ऋचा के सभी रिश्तेदारों से पहले ही संपर्क कर लिया है और वह कहीं नहीं मिली है।
एक स्थानीय निवासी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ऋचा ज्यादातर कानपुर शहर में ही रहती थी लेकिन अपने मोबाइल फोन के जरिए घर में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती थी।
उन्होंने बताया, “नौकर और अन्य काम करने वाले हमेशा ‘भाभीजी’ से सावधान रहते थे क्योंकि वह नियमित अंतराल पर उन की जांच करती थी। उसने हमेशा अपने पति और उसकी गतिविधियों का समर्थन किया। उसने गांव में कभी भी महिलाओं के साथ बातचीत नहीं की।”