काबुल। दो फिदायीन हमलों समेत 3 धमाकों से दहले काबुल एयरपोर्ट पर और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) के मुताबिक एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट का खतरा है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमलावरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर मारेंगे।
फिदायीन हमलों में 103 लोगों की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ठीक सामने गुरुवार शाम दो फिदायीन हमले हुए। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक इन धमाकों में 90 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं, वहीं 1,338 लोग जख्मी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो 90 अफगानियों मारे गए हैं उनमें 28 तालिबानी लड़ाके थे, जो कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर तैनात थे।
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है। फियादीन हमलों के बाद काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद हैं।
अपडेट्स
- अमेरिका ने कहा है कि काबुल से लोगों को निकालने का मिशन जारी रहेगा। काबुल हमले में मारे गए लोगों के सम्मान में अमेरिका का झंडा 30 अगस्त की शाम तक आधा झुका रहेगा।
- अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा है कि हमारे पास मौजूद सबूतों से साफ पता चलता है कि IS-K के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं। तालिबान का ISIS से लिंक होने से इनकार करना ठीक वैसा ही है जैसे पाकिस्तान क्वेटा शुरा को लेकर कहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हमलावरों को छोड़ेंगे नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि अमेरिकी सैनिकों की मौत बेहद दुखद है, दूसरों की जान बचाने में अमेरिकी सैनिकों का बलिदान हम कभी भूलेंगे नहीं और न ही हमलावरों को माफ करेंगे। हम आतंकियों को ढूंढ़कर मारेंगे, सैनिकों के परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालेंगे और अपने अफगान सहयोगियों को भी बाहर निकालेंगे। हमारा मिशन जारी रहेगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फौज भी भेजेंगे।
ट्रम्प की पार्टी ने कहा- बाइडेन के हाथ खून से रंगे हुए हैं
काबुल एयरपोर्ट पर धमाके के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने प्रेसिडेंट बाइडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।
तालिबान ने पाकिस्तान को बताया दूसरा घर, कश्मीर पर भारत को दी नसीहत
तालिबान ने पाकिस्तान से अपनी नजदीकियों की बात कबूल की है। तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी चैनल ARY न्यूज से बातचीत में कहा है कि पाकिस्तान उनके संगठन (तालिबान) के लिए दूसरे घर जैसा है। जबीउल्लाह ने ये भी कहा है कि अफगानिस्तान की सीमा पाकिस्तान से लगती है और धार्मिक आधार पर भी दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से घुले-मिले हुए हैं। इसलिए हम पाकिस्तान से रिश्ते और मजबूत करना चाहते हैं।
जबीउल्लाह ने भारत के साथ भी अच्छे रिश्ते की बात कही है। उसने कहा कि हमारी बस ये इच्छा है कि भारत अफगानियों के हितों के हिसाब से ही अपनी नीतियां तय करे। तालिबान प्रवक्ता ने कश्मीर को लेकर भारत को सकारात्मक रुख अपनाने की नसीहत दी। उसने कहा कि दोनों देशों के हित एक-दूसरे से जुडे हुए हैं, इसलिए हर विवादित मसलों को उन्हें मिल बैठकर सुलझाना चाहिए।
पंजशीर में तालिबान की नॉर्दन अलायंस से बातचीत, सीजफायर पर राजी
अफगानिस्तान के पंजशीर को छोड़ सभी इलाके तालिबान के कब्जे में हैं। पंजशीर में अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह की अगुवाई में नॉर्दन अलायंस के लड़ाके तालिबान से जंग लड़ रहे हैं। इस बीच खबर है कि तालिबान और पंजशीर के प्रतिनिधियों के बीच परवान प्रांत की राजधानी चारीकार में बातचीत हुई है। इस दौरान दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला नहीं करने पर सहमत हुए हैं।