कासगंज। मंगलवार को पुलिस टीम पर हमला करने वाले शराब माफियाओं पर एक्शन शुरू हो गया है। पुलिस ने एक आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया। कासगंज में मंगलवार को शाम 7 बजे SI अशोक और सिपाही देवेंद्र नगला धीमर गांव में अवैध शराब का कारोबार करने वालों के यहां कुर्की कराने गए थे। जब दोनों पहुंचे तो उन पर बदमाशों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया और देवेंद्र को पीट-पीटकर मार डाला।
SI अशोक भी बुरी तरह घायल हो गए। नगला धीमर गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात है। यहां अक्सर पुलिस कार्रवाई होती रहती है।
एलकार को ढेर किया, अब मोती धीमर की तलाश
कासगंज मामले में मारा गया आरोपी एलकार है। ये मुख्य आरोपी मोती धीमर का चचेरा भाई बताया जा रहा है, जो अभी फरार चल रहा है। एलकार का एनकाउंटर नगला धीमर में काली नदी के किनारे किया गया है। एनकाउंटर बुधवार तड़के करीब 3 बजे हुआ।
गांव में हमले के बाद पुलिसवालों को अनजान जगह ले गए थे आरोपी
पुलिस के मुताबिक मोती धीमर और उसके साथियों ने पुलिसवालों को पहले गांव में पीटा, फिर उन्हें बंधक बनाकर अनजान जगह पर ले गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। सर्चिंग के दौरान खेत में SI अर्धनग्न हालत में घायल मिले थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने के निर्देश दिए थे। योगी ने शहीद सिपाही देवेंद्र के परिजन को 50 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
कानपुर के बिकरू में हुआ था ऐसा हमला, 8 पुलिसवालों की हत्या हुई थी
नगला धीमर जैसी ही घटना पिछले साल कानपुर के बिकरू गांव में भी हुई थी। जहां हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर दबिश डालने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया था। इस वारदात में 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद विकास दुबे फरार हो गया था।
यूपी पुलिस ने विकास को मध्यप्रदेश में उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया था। अगले दिन कानपुर के पास विकास का एनकाउंटर कर दिया गया था। पुलिस का दावा था कि जिस जीप में विकास बैठा था वह पलट गई थी। विकास ने पिस्तौल छीनकर पुलिस पर फायरिंग की और भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।