नई दिल्ली. भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो में इतिहास रचते हुए पहली बार ओलंपिक (Tokyo Olympics) के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया. टीम का यह सिर्फ तीसरा ओलंपिक है. भारत की ओर से एकमात्र गोल गुरजीत कौर (Gurjit Kaur) ने किया. ड्रैग फ्लिकर के तौर पर खेलने वाली गुरजीत कौर ने इसी के साथ अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है.
पंजाब की गुरजीत कौर के हॉकी करियर की कहानी बेहद रोचक है. उनके पिता सतनाम सिंह किसान हैं. वे गुरजीत और उनकी बड़ी बहन प्रदीप कौर को साइकिल से स्कूल ले जाते थे. इसके बाद उन्होंने घर से 70 किमी दूर तरन तारन स्थित बोर्डिंग स्कूल में दोनों बहनों को भेजने का फैसला किया. यह हॉकी की पुरानी नर्सरी थी. ऐसे में दोनों बहनों ने हॉकी में करियर बनाने के लिए 2006 में घर छोड़ दिया और आज उसका रिजल्ट हमें देखने को मिल रहा है.
2014 में पहली बार सीनियर कैंप में मिली जगह
25 साल की गुरजीत कौर को पहली बार 2014 में सीनियर भारतीय टीम के नेशनल कैंप में जगह मिली. हालांकि वे 2017 से पहले टीम इंडिया की रेगुलर खिलाड़ी नहीं बना सकीं. उनके लिए 2017 का एशिया कप बड़ी उपलब्धि लेकर आया. टीम ने टूर्नामेंट जीतकर वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया.
गुरजीत कौर ने भारतीय टीम की ओर से सबसे अधिक 8 गोल किए. इसमें से 7 गोल तो उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर से किए थे. सेमीफाइनल में उन्होंने जापान के खिलाफ दो शानदार गोल कर टीम को फाइनल में जगह दिलाई थी.
यह सालों की मेहनत का परिणाम है
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत के बाद गुरजीत कौर ने कहा कि यह सालों की मेहनत का परिणाम है. उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रहे थे, लेकिन यह आज काम कर गई. पूरी टीम ने इसके लिए कड़ी मशक्कत की है.’ गुरजीत कौर ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का दिन है, क्योंकि हम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. हम अब अगले मैच की तैयारी के लिए जुटेंगे. हमें सभी से सपोर्ट मिल रहा है.
भारतीय महिला टीम टोक्यो में अच्छी शुरुआत नहीं कर सकी थी. टीम को पहले तीन मुकाबलाें में नीदरलैंड्स ने 5-1 से, जर्मनी ने 2-0 से और ब्रिटेन ने 4-1 से मात दी. इसके बाद टीम ने जोरदार वापसी की. पहले आयरलैंड को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 1-0 से हराकर जीत दर्ज की.
फिर भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. अब ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से मात देकर टीम ने सेमीफाइनल में जगह पक्की की. टीम सेमीफाइनल में 4 अगस्त को अर्जेंटीना से भिड़ेगी. अर्जेंटीना ने पहले क्वार्टर फाइनल में जर्मनी को हराया.