यहां के डॉक्टर राहुल सिंह ने बताया कि जिन 21 चिकित्सकों ने इस्तीफे दिए है और वेतन कटौती का आरोप लगाया है वह बिल्कुल गलत है। जो पत्र मीडिया के सामने इन चिकित्सकों ने रखा है इसमें दो प्रमुख लोग है जिन्होंने अन्य चिकित्सकों को भ्रमित किया है। इनमे एक डॉक्टर नीरज कुमार मिश्रा और दूसरे पहले से इस्तीफा दिए हुए डॉक्टर राकेश शर्मा।
उन्होंने बताया कि पहले वह डॉक्टर नीरज के बारे में बताना चाहते हैं। डॉक्टर नीरज के खिलाफ कोरोना से पहले व इस दौरान इनके एचओडी के द्वारा काफी शिकायतें मिल रही थी। वह समय से ड्यूटी नहीं आते हैं। डॉक्टर ने कोविड को लेकर बनाये गए नियमों को तोड़ा है।
वहीं, दूसरे डॉक्टर राकेश शर्मा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर शर्मा उनके एचओडी रह चुके है। जब कोविड स्टार्ट हुआ था तो उन्होंने तीन महीने पहले नोटिस पीरियड में अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि यह सही भी लेकिन सरकार के नियमानुसार हम उनका इस्तीफा नहीं ले सकते है जब तक चिकित्सा को लेकर सरकार ने जो एक्ट लगाये हैं।
इसके बाद यह दोनों डॉक्टरों ने अन्य 19 डॉक्टरों के पास जाकर कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने उनका वेतन काट दिया है। मैं यह बोलना चाहता हॅू कि कोई भी सरकार एजेंसी व मेडिकल संस्थान अन्य स्वास्थ्य से सम्बन्धित अधिकारी आये और हमारी रजिस्टरों को चेक करें हमने किसका वेतन रोका है किसका नहीं। क्या झूठ है और क्या सच यह सब पता चल जायेगा।