पीएमओ ने भेजा निमन्त्रण, जरूरी कार्यों के लिए 15 सितम्बर की समय सीमा तय
– युद्धस्तर पर कार्य शुरू, नई टर्मिनल बिल्डिंग के लिए वर्क ऑर्डर जारी
कुशीनगर। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट श्रीलंका की लैंड करेगी। भारत सरकार ने इस आशय का निमंत्रण श्रीलंका सरकार को भेजा है। दूसरी तरफ लैंडिंग के लिए आवश्यक प्रबन्ध करने के लिए केंद्र सरकार ने 15 सितम्बर की समय सीमा तय कर दी है। निश्चित अवधि के भीतर मशीनरी व उपकरण लगाने के साथ-साथ आधारभूत संसाधनों की स्थापना करने के निर्देश उच्च स्तर से मिले हैं।
एयरपोर्ट अथारिटी ने फ्लाइट की लैंडिंग के लिए डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन, पर्यावरण, वन आदि सम्बन्धित विभागों में एनओसी लेने की कार्यवाही शुरू कर दी है। 15 सितम्बर के बाद कभी भी तिथि तय करके कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर श्रीलंका की फ्लाइट उतारी जा सकती है।
पीएमओ के निर्देश पर एयरपोर्ट पर युद्ध स्तर पर कार्य शुरू हो गया है। पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग व गेस्ट हाउस को व्यवस्थित करने, विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के अलावा संचार प्रणाली व अग्निशमन व्यवस्था, कस्टम क्लियरेंस सेल, प्रसाधन, कैफे, लगेज, बोर्डिंग पास गैलरी, स्कैनर, एक्सरे, डीएफएमडी सुरक्षा प्रणाली को लेकर कार्य में तेजी आ गई है। विद्युत विभाग को एयरपोर्ट के आउटडोर तक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश राज्य सरकार दिए है। विद्युत सब स्टेशन व उच्च क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य अथार्टी खुद कर रही है।
बुधवार को गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक ए के द्विवेदी ने उप महाप्रबंधक सिविल कोरी प्रोजेक्ट मैनेजर विद्युत सुनील तिवारी के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने ने बताया कि उच्च स्तर से मिले निर्देशों को अमल में लाया जा रहा है।
नई टर्मिनल बिल्डिंग के लिए मुंबई की वेस्टर्न आउटडोर इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी प्रा. लिमिटेड को मंगलवार को वर्क आर्डर जारी कर दिया गया है। एसेम्बल प्री फैब्रिकेटेड स्टील स्ट्रक्चर से बनने वाली नई टर्मिनल बिल्डिंग सिंगल स्टोरी होगी। एक सप्ताह के भीतर कम्पनी के कर्मचारी टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य शुरू कर देंगे। यह अस्थाई होगी। निकट भविष्य में यहां 200 करोड़ की लागत से स्थाई टर्मिनल बिल्डिंग तैयार करने की योजना है।