लखनऊ। कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में सुबह अलग-अलग जगहों से दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता विधानसभा कूच करने लगे। इस दौरान पुलिस से भिड़ंत भी हुई।
वहीं, प्रसपा कार्यकर्ताओं को कार्यालय के बाहर ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। रोके जाने से आक्रोशित हुए कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। करीब 1 हजार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
परिवर्तन चौक से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष समेत 30 कांग्रेसी गिरफ्तार
कृषि बिल को लेकर कांग्रेस नेता परिवर्तन चौक चौराहे पर पहुंच गए। एनएसयूआई कार्यकर्ता परिवर्तन चौक से राजभवन का घेराव करने के लिए जाना चाहते थे। लेकिन उन्हें रोकने की कोशिश तो कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने करीब 30 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। वहीं, एक अलग गुट में प्रदर्शन करने के लिए निकले कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, एमएलसी दीपक सिंह को हिरासत में लिया गया।
अजय कुमार लल्लू को लखनऊ के इको गार्डन ले जाया गया। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ परिवर्तन चौक पहुंचे थे। वहीं सुबह से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, विधान मंडल दल नेता आराधना मिश्र मोना समेत दर्जनों को उनके घर में नजरबंद रखा गया। शहर की सभी सीमाएं सील कर दी गई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि यह बिल किसानों के लिए काला कानून है। कल राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद पूरे देश का किसान खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। यह बिल किसान विरोधी है, जो आने वाले समय में खुद के खेत में ही किसान और अपने घर पालने के लिए बंधुआ मजदूरी करेगा। इसको केंद्र सरकार को वापस लेना चाहिए या इस बिल में एमएसपी तय किया जाना चाहिए।
राजधानी में करीब एक हजार फोर्स एक्स्ट्रा तैनात किए गए
किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन करने से रोकने के लिए लखनऊ कमिश्नरेट के अफसरों ने बॉर्डर सील कर दिए। विधानसभा, मुख्यमंत्री और राजभवन के बाहर भारी पुलिस बल सुबह से ही तैनात है। चार कंपनी पीएसी समेत 1000 पुलिस फोर्स एक्स्ट्रा तैनात की गई है। शहर के करीब 14 स्थानों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है। जिससे प्रदर्शनकारी विधानसभा, राजभवन, मुख्यमंत्री कार्यालय तक न आ सकें।