केनिंग्टन। भारत को लीड्स में एक पारी और 76 रनों से हराकर इंग्लैंड ने न सिर्फ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में जोरदार वापसी की, बल्कि सीरीज को 1-1 की बराबरी पर भी ला खड़ा किया। दोनों टीमों के बीच अब चौथा टेस्ट 2 सितंबर से केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा।
मध्यक्रम को लेनी होगी जिम्मेदारी
मौजूदा टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के मध्यक्रम ने अभी तक सभी को निराश किया है। कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर ऋषभ पंत का बल्ला पूरी तरह से खामोश नजर आ रहा है। वैसे रन तो चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से भी कुछ खास नहीं निकले हैं। हालांकि तीसरे टेस्ट मैच में पुजारा ने 91 रनों की पारी खेलकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। लीड्स में टीम इंडिया की हार का कारण खराब बल्लेबाजी और मिडिल ऑर्डर का एकदम से ढह जाना रहा।
अब तक तीनों टेस्ट में पुजारा (162), विराट (124), रहाणे (95) और पंत (87) के रनों के आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि भारतीय मध्यक्रम कितनी खराब फॉर्म से जूझ रहा है। भारतीय टीम को अगर सीरीज में वापसी करनी है तो मध्यक्रम के बल्लेबाजों को बेहतर खेल जरूर दिखाना होगा।
कोहली के पास बड़ा रिकॉर्ड बनाने का मौका
भले ही अभी तक विराट कोहली का बल्ला मौजूदा सीरीज में शांत नजर आया हो, लेकिन ओवल टेस्ट में विराट के पास एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने का शानदार मौका है। दरअसल, कोहली ने अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में मिलाकर 22,999 रन बनाए हैं। चौथे मुकाबले में सिर्फ एक रन बनाने के साथ ही भारतीय कप्तान सबसे तेज 23 हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे।
फिलहाल सबसे तेज 23,000 रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर (522) के नाम पर दर्ज है। कोहली ने अब तक 489 पारियों में 22,999 रन बनाए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में कोहली ये रिकॉर्ड बनाने वाले सातवें और भारत के तीसरे खिलाड़ी (सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद) बन सकते हैं।
कपिल देव को पीछे छोड़ सकते हैं बुमराह
तीसरे टेस्ट को छोड़ दिया जाए तो अभी तक भारतीय गेंदबाजों ने सीरीज में काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। जसप्रीत बुमराह 14, मोहम्मद सिराज 13 और मोहम्मद शमी 11 विकेट ले चुके हैं। भारतीय पेस बैटरी से फैंस और टीम मैनेजमेंट को ओवल में भी ऐसे ही दमदार प्रदर्शन की आस है।
केनिंग्टन ओवल में बुमराह के पास भी एक बड़ा रिकॉर्ड बनाने का मौका है। बुमराह ने अभी तक 23 टेस्ट मैचों में 97 विकेट हासिल किए हैं और यदि वो इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में तीन विकेट लेने में सफल रहे तो भारत के लिए लाल गेंद के साथ सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन जाएंगे। फिलहाल ये रिकॉर्ड कपिल देव (25) के नाम पर दर्ज है।
रूट को रोकना जरूरी
पहले तीन टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का बल्ला आग उगलता नजर आया है। रूट ने तीनों मैचों में शतकीय पारी खेली और 126.75 के बेहतरीन औसत के साथ कुल 507 रन बनाए हैं। भारत को अगर इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने के अपने सपने को पूरा करना है तो रूट के लिए एक बेजोड़ रणनीति अपनानी पड़ेगी। बचे हुए दोनों मैचों में भी अगर इंग्लैंड के कप्तान की ऐसी ही फॉर्म देखने को मिली तो भारत के लिए वापसी के रास्ते काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
इंग्लैंड की पेस बैटरी भी उगल रही आग
इस बात में कोई शक नहीं है कि लीड्स टेस्ट जीतने में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने एक बड़ी भूमिका निभाई। ओली रॉबिंसन ने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर भारतीय टीम की कमर को तोड़कर रख दिया और रही-सही कसर जेम्स एंडरसन ने पूरी कर दी थी। रॉबिंसन अभी तक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक 16 विकेट ले चुके हैं, जबकि सदाबहार एंडरसन के खाते में भी 13 विकेट आए हैं। क्रेग ओवर्टन ने भी तीसरे मुकाबले में 6 विकेट अपनी झोली में डाले थे।
प्रसिद्ध कृष्णा चौथे टेस्ट से पहले टीम में शामिल
प्रसिद्ध कृष्णा को चौथे टेस्ट से पहले टीम में शामिल किया गया है, जो इस बात के संकेत देता है कि टीम मैनेजमेंट उन्हें ओवल टेस्ट में खिलाने के बारे में सोच रही है। प्रसिद्ध को तेज गेंदबाज इशांत शर्मा की जगह प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है, क्योंकि इशांत लीड्स टेस्ट के दौरान संघर्ष करते नजर आए थे और एक भी विकेट नहीं ले सके थे।